आरोपित ने युवक को उसका भाई गोरसिंग बताया। अपरहण की आशंका होने पर वह चिल्लाने लगी तो गोरसिंग ने उसका मुंह बंद कर दिया। बाद में आरोपत बाइक को उसके घर वडला की रेल ले गया। जहां उसे एक कमरे में बंद कर दिया। यहां वासु के परिजनों ने उसे वासु की पत्नी बनने का दबाव बनाया व ऐसा नहीं करने पर जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद वासु उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। वहां से आरोपित वासु की बुआ के यहां ले गए जहां 15 दिनों तक बंधक बना कर रखा। वहां से वासु उसे महाराष्ट्र मजदूरी करने ले गया। करीब महीने भर पूर्व वासु उसे पुन: वडला की रेल लेकर आया जहां मौका देखकर उसने अपने पिता को फोन पर सूचना दी।
इस पर उसके पिता वाहन लेकर परिवार वालों के साथ वडला की रेल पहुंचे। परिजन के आते ही वह आरोपितों के चंगुल से निकलकर गाड़ी में बैठ गई। इस दौरान भी आरोपित उसे पकडऩे के लिए पीछे दौड़े। इधर आरोपितों ने पीडि़ता के पिता, भाई व चाचा को पकड़ लिया। मामले में पुलिस ने वासु पुत्र मांगु,गोरसिंग पुत्र मांगु, देवीलाल पुत्र मांगु, मांगु पुत्र हुरजी, बालुसिंग पुत्र हुरजी, कमला पत्नी बालूसिंग, भूरी पत्नी मांगुसिंग, कमलेश पुत्र रूपजी, मानसिंग पुत्र फता, रिसु पत्नी सुरेश, बंसती पत्नी दितु, रूपजी पुत्र हवजी व सुरेश के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच प्रारम्भ कर दी।