बांसवाड़ा. प्रदेश में करीब सात-आठ माह बाद विधानसभा चुनाव होने हैं, किंतु कांग्रेस ने शनिवार को चुनावी का बिगुल फूंक दिया है। किसान संवाद कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीतसिंह मालवीया, जनजाति विकास राज्यमंत्री अर्जुनसिंह बामनिया सहित वक्ताओं ने कार्यकर्ताओं को जिले की पांचों सीट पर जीत दर्ज कराने का संकल्प दिलाया। वहीं मंच पर जिले के मंत्रियों की मौजूदगी के बाद भी दूरियां नजर आईं। राज्य बजट में माही को 13 अरब रुपए मिलने और बांसवाड़ा को संभाग बनाने की घोषणा के बाद कागदी पिकअप वियर पर किसान संवाद कार्यक्रम में मंत्री मालवीया, बामनिया सहित अन्य वक्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जिले को जो मांगा, वह दिया है। विधानसभा चुनाव में सात-आठ माह बचे हैं। जिले के सभी पांचों सीट सहित प्रतापगढ़ व डूंगरपुर की भी सभी सीटें कांग्रेस के खाते में चाहिए। राजस्थान में कांग्रेस की 101 सीटें चाहिए। जीत की जिम्मेदारी कार्यकर्ता की है। इस दौरान किसान प्रतिनिधियों ने दोनों मंत्रियों को 51 किलो का पुष्पहार पहनाया।सजा नहीं, ईनाम देने का समय मंत्री मालवीया ने कहा कि माही के लिए मुख्यमंत्री ने अरबों रुपया दिया है। यह आयोजन उस स्थान पर हो रहा है, जहां इंदिरा गांधी ने बटन दबाकर माही की नहरों में जलप्रवाह शुरू किया था। अगले एक माह में आंबामहूड़ा में लिफ्ट परियोजना आरंभ कर देंगे। कसारवाड़ी में पेयजल की फाइल पास हो गई है। माही और पीपलखूंट केनाल से जुड़े कार्य के सर्व कराए। फाइल देखकर सीएम ने कहा कि राजस्थान का पैसा एक जगह ले जा रहे हो। इस पर कहा कि ढाई साल सजा भुगती है। अब सजा नहीं, ईनाम देने का समय है।गहलोत ही बनेंगे सीएम राज्यमंत्री बामनिया ने कहा कि पहले बांसवाड़ा कालापानी था। अब हर कोई यहां आना चाहता है। यहां लहलहाते खेत हरिदेव जोशी की देन है। संभाग बनने से रोजगार, काम की सुरक्षा, टीएसपी में लेवल एक से नौ में राजकीय सेव का लाभ मिलेगा। उन्होंने बजट में जिले की घोषणाओं और प्रदेश की जनता को दी सौगात का उल्लेख कर कहा कि अगली बार भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही बनेंगे। कोई रोक नहीं सकता है।देवीलाल बनें, मांगीलाल नहीं दिनेश खोडनिया ने कहा कि सीएम ने जो मांगा, वह दिया तो सभी सीटें कांग्रेस को क्यों नहीं मिल सकती हैं। साढ़े चार साल तक सरकार से मांगीलाल बनकर मांगा है। अब देवीलाल बनकर पार्टी को देना है। समारोह में विधायक रमीला खडिया, जिलाध्यक्ष चांदमल जैन, सभापति जैनेन्द्र त्रिवेदी, सोहनलाल मेहता, कृष्णपालसिंह सिसोदिया, कांता भील, रमेश पंड्या, मुख्य अभियंता भुवन भास्कर, अंकित निनामा, प्रधान सुभाष, रजनीकांत खाबिया आदि संबोधित किया। मंच पर जगतसिंह चेलावत, केके उपाध्याय, नानालाल निनामा सहित जिला पदाधिकारी, ब्लॉक अध्यक्ष आदि बैठे।बातचीत न चर्चा, छाया मौन किसान संवाद कार्यक्रम में मंत्री मालवीया और बामनिया शामिल हुए। मंच पर भी बैठे, किंतु फिर भी दूरियां नजर आई। कार्यक्रम शुरू होने के कुछ समय बाद बामनिया व खोडनिया आए। मालवीया ने खोडनिया को गले लगाया। साफा बांधा। वहीं बामनिया ने खुद ही साफा बांधा। दोनों के बीच कोई रामा-श्यामी भी नहीं हुई। संबोधन में खोडनिया ने कहा कि दोनों मंत्री मंच पर हैं। इससे बड़ी खुशी नहीं हैं। दोनों के एक मंच पर नहीं होने का अर्थ यह नहीं है कि मनभेद हैं, जबकि इस दौरान दोनों मंत्रियों के बीच मात्र आधा फीट का भी फासला नहीं था, किंतु दोनों में न कोई चर्चा और न ही कोई बातचीत हुई।
बांसवाड़ा. प्रदेश में करीब सात-आठ माह बाद विधानसभा चुनाव होने हैं, किंतु कांग्रेस ने शनिवार को चुनावी का बिगुल फूंक दिया है। किसान संवाद कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीतसिंह मालवीया, जनजाति विकास राज्यमंत्री अर्जुनसिंह बामनिया सहित वक्ताओं ने कार्यकर्ताओं को जिले की पांचों सीट पर जीत दर्ज कराने का संकल्प दिलाया। वहीं मंच पर जिले के मंत्रियों की मौजूदगी के बाद भी दूरियां नजर आईं। राज्य बजट में माही को 13 अरब रुपए मिलने और बांसवाड़ा को संभाग बनाने की घोषणा के बाद कागदी पिकअप वियर पर किसान संवाद कार्यक्रम में मंत्री मालवीया, बामनिया सहित अन्य वक्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जिले को जो मांगा, वह दिया है। विधानसभा चुनाव में सात-आठ माह बचे हैं। जिले के सभी पांचों सीट सहित प्रतापगढ़ व डूंगरपुर की भी सभी सीटें कांग्रेस के खाते में चाहिए। राजस्थान में कांग्रेस की 101 सीटें चाहिए। जीत की जिम्मेदारी कार्यकर्ता की है। इस दौरान किसान प्रतिनिधियों ने दोनों मंत्रियों को 51 किलो का पुष्पहार पहनाया।सजा नहीं, ईनाम देने का समय मंत्री मालवीया ने कहा कि माही के लिए मुख्यमंत्री ने अरबों रुपया दिया है। यह आयोजन उस स्थान पर हो रहा है, जहां इंदिरा गांधी ने बटन दबाकर माही की नहरों में जलप्रवाह शुरू किया था। अगले एक माह में आंबामहूड़ा में लिफ्ट परियोजना आरंभ कर देंगे। कसारवाड़ी में पेयजल की फाइल पास हो गई है। माही और पीपलखूंट केनाल से जुड़े कार्य के सर्व कराए। फाइल देखकर सीएम ने कहा कि राजस्थान का पैसा एक जगह ले जा रहे हो। इस पर कहा कि ढाई साल सजा भुगती है। अब सजा नहीं, ईनाम देने का समय है।गहलोत ही बनेंगे सीएम राज्यमंत्री बामनिया ने कहा कि पहले बांसवाड़ा कालापानी था। अब हर कोई यहां आना चाहता है। यहां लहलहाते खेत हरिदेव जोशी की देन है। संभाग बनने से रोजगार, काम की सुरक्षा, टीएसपी में लेवल एक से नौ में राजकीय सेव का लाभ मिलेगा। उन्होंने बजट में जिले की घोषणाओं और प्रदेश की जनता को दी सौगात का उल्लेख कर कहा कि अगली बार भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही बनेंगे। कोई रोक नहीं सकता है।देवीलाल बनें, मांगीलाल नहीं दिनेश खोडनिया ने कहा कि सीएम ने जो मांगा, वह दिया तो सभी सीटें कांग्रेस को क्यों नहीं मिल सकती हैं। साढ़े चार साल तक सरकार से मांगीलाल बनकर मांगा है। अब देवीलाल बनकर पार्टी को देना है। समारोह में विधायक रमीला खडिया, जिलाध्यक्ष चांदमल जैन, सभापति जैनेन्द्र त्रिवेदी, सोहनलाल मेहता, कृष्णपालसिंह सिसोदिया, कांता भील, रमेश पंड्या, मुख्य अभियंता भुवन भास्कर, अंकित निनामा, प्रधान सुभाष, रजनीकांत खाबिया आदि संबोधित किया। मंच पर जगतसिंह चेलावत, केके उपाध्याय, नानालाल निनामा सहित जिला पदाधिकारी, ब्लॉक अध्यक्ष आदि बैठे।बातचीत न चर्चा, छाया मौन किसान संवाद कार्यक्रम में मंत्री मालवीया और बामनिया शामिल हुए। मंच पर भी बैठे, किंतु फिर भी दूरियां नजर आई। कार्यक्रम शुरू होने के कुछ समय बाद बामनिया व खोडनिया आए। मालवीया ने खोडनिया को गले लगाया। साफा बांधा। वहीं बामनिया ने खुद ही साफा बांधा। दोनों के बीच कोई रामा-श्यामी भी नहीं हुई। संबोधन में खोडनिया ने कहा कि दोनों मंत्री मंच पर हैं। इससे बड़ी खुशी नहीं हैं। दोनों के एक मंच पर नहीं होने का अर्थ यह नहीं है कि मनभेद हैं, जबकि इस दौरान दोनों मंत्रियों के बीच मात्र आधा फीट का भी फासला नहीं था, किंतु दोनों में न कोई चर्चा और न ही कोई बातचीत हुई।