scriptबड़ी खबर : बांसवाड़ा जिले के गढ़ी इलाके के पृथ्वीपुरा में होगी लाइम स्टोन की खोज, भू-विज्ञान विभाग करेगा ड्रिलिंग और… | Lime stone will be discovered in Banswara district | Patrika News

बड़ी खबर : बांसवाड़ा जिले के गढ़ी इलाके के पृथ्वीपुरा में होगी लाइम स्टोन की खोज, भू-विज्ञान विभाग करेगा ड्रिलिंग और…

locationबांसवाड़ाPublished: Dec 06, 2019 04:08:41 pm

Submitted by:

deendayal sharma

Lime Stone In Banswara, What Is Limestone : विभाग ने पूर्व में हुए सर्वेक्षण में भी जताई थी उपब्धता, 8.5 स्क्वायर किलोमीटर का क्षेत्र चिह्नित

बड़ी खबर : बांसवाड़ा जिले के गढ़ी इलाके के पृथ्वीपुरा में होगी लाइम स्टोन की खोज, भू-विज्ञान विभाग करेगा ड्रिलिंग और...

बड़ी खबर : बांसवाड़ा जिले के गढ़ी इलाके के पृथ्वीपुरा में होगी लाइम स्टोन की खोज, भू-विज्ञान विभाग करेगा ड्रिलिंग और…

बांसवाड़ा. वागड़ के भू-गर्भ में दबे बहुमूल्य खनिज पदार्थ लाइम स्टोन की खोज के लिए बांसवाड़ा के गढ़ी इलाके के पृथ्वीपुरा गांव में खान एवं भू – विज्ञान की ओर से ड्रिलिंग का कार्य किया जाएगा। विभाग को इसके लिए हरी झण्डी मिल गई है। सूत्रों के अनुसार इस ड्रिलिंग के कार्य से लाइम स्टोन के उपलब्ध भण्डारों का आंकलन किया जाएगा। इसके लिए करीब 8.5 स्क्वायर किलोमीटर का क्षेत्र चिह्नित किया है। हालांकि इस जमीन की किस्म जंगल है, लेकिन विभाग ने प्रारंभिक तौर पर इसकी भी स्वीकृति ली है। ड्रिलिंग से विभाग उपलब्ध भण्डारों की मात्रा का आंकलन कर खान विभाग के माध्यम से नीलामी की प्रक्रिया करेगा। उल्लेखनीय है कि पृथ्वीपुरा क्षेत्र में विभाग ने कई वर्ष पहले सर्वेक्षण किया था, जहां बड़े स्तर पर लाइम स्टोन के भण्डारों की उपलब्धता जताई गई थी। इसके बाद से ही इस दिशा में सतत प्रयास किए गए।
सीमेंट में सर्वाधिक उपयोग : – खनिज अभियंता राजेश हाड़ा ने बताया कि खनिज लाइम स्टोन का सर्वाधिक उपयोग चूना-भट्टा, सीमेंट एवं दवाइयों में होता है। इसमें अच्छी ग्रेड का लाइम स्टोन सीमेंट, खाने, दवाइयों में उपयोग में लिया जाता है। बांसवाड़ा जिले में लाइम स्टोन के कुल चार खनिज पट्टे प्रभावी हैं। इनमें कुशलगढ़ तहसील के अंदेश्वर व माचा तथा घाटोल के गांव रचना मुण्डवई में हैं, जबकि सीमेंट ग्रेड के लाइम स्टोन का खनन पट्टा गढ़ी तहसील के पृथ्वीपुरा में प्रभावी है। जहां से बड़े स्तर पर लाइम स्टोन सीमेंट फैक्ट्री के लिए सप्लाई होता है। हाड़ा ने बताया कि बांसवाड़ा के गढ़ी के पृथ्वीपुरा में करीब 70 हैक्टयर का खनन पट्टा है। वर्तमान में इस प्रभावी खनन पट्टे की डेप्थ काफी गहरी हो चुकी है। इसके अलावा उपलब्ध मात्रा भी कम है। इधर, खान एवं भू विज्ञान विभाग के वरिष्ठ भू वैज्ञानिक छैलबिहारी ने कहा कि पूर्विया ड्रिलिंग की स्वीकृति मिली है। मशीनें आने के बाद कार्य शुरू किया जाएगा।
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