बांसवाड़ा. आषाढ़ शुक्ल द्वितीया तिथि पर शनिवार को भगवान जगन्नाथ शहर के भ्रमण पर निकले। इस अवसर पर शोभायात्रा में भगवान जगन्नाथ के जयकारों से वातावरण गुंजायमान हो गया। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं भी सम्मिलित हुई। भीतरी शहर में स्थित जगदीश मंदिर से शाम को शोभायात्रा जगदीश मंदिर उत्सव समिति के संयोजन में निकाली गई। इसमें भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा के श्री विग्रह रथ में विराजित किए गए। शोभयात्रा में भगवान पर फूलों की बरसात की गई। रथ को श्रद्धालुओं ने अपने हाथों से खींचा। शोभायात्रा में श्री राधावल्लभ भक्त मंडल के विनोद जोशी और अन्य ने विभिन्न भजनों से पूरा माहौल भक्तिमय कर दिया।
इन मार्गोँ से भ्रमण
जगदीश मंदिर से आरंभ हुई शोभायात्रा आजाद चौक, सदर बाजार, पीपली चौक, धनलक्ष्मी मार्केट, दर्जीवाड़ा, नागरवाड़ा, उपली पोल, भागीपोल, पैलेस रोड, महालक्ष्मी चौक, वरारवाड़ा, धनावाव, आजाद चौक होते हुए पुन: निज मंदिर पहुंची। यहां महाआरती की गई और इसके बाद मीठे चावल का प्रसाद वितरित किया गया। शोभायात्रा में पंच दशा नेमा महाजन समाज, राधावल्लभ भक्त सत्संग मंडल के पदाधिकारी भी शामिल हुए। इससे पहले मंदिर में शुक्रवार से आरंभ किए गए अखंड रामायण पाठ के पारायण का समापन हुआ।
जगदीश मंदिर से आरंभ हुई शोभायात्रा आजाद चौक, सदर बाजार, पीपली चौक, धनलक्ष्मी मार्केट, दर्जीवाड़ा, नागरवाड़ा, उपली पोल, भागीपोल, पैलेस रोड, महालक्ष्मी चौक, वरारवाड़ा, धनावाव, आजाद चौक होते हुए पुन: निज मंदिर पहुंची। यहां महाआरती की गई और इसके बाद मीठे चावल का प्रसाद वितरित किया गया। शोभायात्रा में पंच दशा नेमा महाजन समाज, राधावल्लभ भक्त सत्संग मंडल के पदाधिकारी भी शामिल हुए। इससे पहले मंदिर में शुक्रवार से आरंभ किए गए अखंड रामायण पाठ के पारायण का समापन हुआ।
मौसम ने भी दिया साथ
सुबह सवेरे जहां मूसलाधार बारिश से शहर तरबतर हो रहा था वहीं शाम को भी ऐसी ही बारिश की आशंका थी लेकिन जब भगवान जगन्नाथ नगर भ्रमण पर निकले तो इंद्रदेव ने भी वर्षा को थाम लिया। शोभायात्रा में नाचते गाते लोग भगवान की भक्ति में डूब गए। इधर पूरे रास्ते में श्रद्धालु रथ यात्रा के दर्शन करने के लिए खड़े रहे। भजनों की धून के बीच मार्ग से गुजर रहा रथ भी सुंदर नजर आ रहा था। इस दौरान कई जगह पर रथ रूका और लोग वहीं पर नाचने गाने लगे।
सुबह सवेरे जहां मूसलाधार बारिश से शहर तरबतर हो रहा था वहीं शाम को भी ऐसी ही बारिश की आशंका थी लेकिन जब भगवान जगन्नाथ नगर भ्रमण पर निकले तो इंद्रदेव ने भी वर्षा को थाम लिया। शोभायात्रा में नाचते गाते लोग भगवान की भक्ति में डूब गए। इधर पूरे रास्ते में श्रद्धालु रथ यात्रा के दर्शन करने के लिए खड़े रहे। भजनों की धून के बीच मार्ग से गुजर रहा रथ भी सुंदर नजर आ रहा था। इस दौरान कई जगह पर रथ रूका और लोग वहीं पर नाचने गाने लगे।