बांसवाड़ा के गोताखोरों ने तलाश शव
थानाधिकारी ने बताया कि स्थानीय गोताखोंरो को सफलता नहंी मिली तो बांसवाड़ा से पांच सदस्यीय दल को बुलवाया गया। जिन्होंने रविवार को पूरे दिन रायकल की तलाश की। सफलता न मिलने और शाम हो जाने के कारण सोमवार को पुन: तलाशी अभियान चलाया गया। जिसके बाद कई घंटों की मशक्कत के बाद युवक का शव मिल सका।
थानाधिकारी ने बताया कि स्थानीय गोताखोंरो को सफलता नहंी मिली तो बांसवाड़ा से पांच सदस्यीय दल को बुलवाया गया। जिन्होंने रविवार को पूरे दिन रायकल की तलाश की। सफलता न मिलने और शाम हो जाने के कारण सोमवार को पुन: तलाशी अभियान चलाया गया। जिसके बाद कई घंटों की मशक्कत के बाद युवक का शव मिल सका।
यह था मामला
मृतक के परिजनों ने बताया कि रायकल गुजरात में रोजगार करता था। रक्षा बंधन पर शनिवार सुबह पत्नी के साथ गांव आया था। सुसराल जाने की बात कहकर वह नदी पर नहाने चला गया। काफी देर तक घर नहीं लौटा तो पत्नी सीता को आशंका हुई। परिजन ने उसे आसपास तलाश और कसारवाड़ी पुलिस चौकी को सूचना दी। पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद ली। लेकिन सफलता नहीं मिली। घटना की जानकारी होने पर मौके पर भीड़ एकत्र हो गई।
मृतक के परिजनों ने बताया कि रायकल गुजरात में रोजगार करता था। रक्षा बंधन पर शनिवार सुबह पत्नी के साथ गांव आया था। सुसराल जाने की बात कहकर वह नदी पर नहाने चला गया। काफी देर तक घर नहीं लौटा तो पत्नी सीता को आशंका हुई। परिजन ने उसे आसपास तलाश और कसारवाड़ी पुलिस चौकी को सूचना दी। पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद ली। लेकिन सफलता नहीं मिली। घटना की जानकारी होने पर मौके पर भीड़ एकत्र हो गई।
छिना बच्चों और परिवार का सहारा
ग्रामीणों ने बताया कि मृतक रायकल उसके परिवार का इकलौता लडक़ा था। जो परिवार के भरण पोषण के लिए गुजरात में काम करता था। इसके अलावा रायकल के तीन पुत्री एवं एक पुत्र है। उसकी मौत के बाद पूरा परिवार गमगीन है। परिवार के पालन कर्ता की मौत के बाद सभी पर आर्थिक संकट भी मंडरा गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि मृतक रायकल उसके परिवार का इकलौता लडक़ा था। जो परिवार के भरण पोषण के लिए गुजरात में काम करता था। इसके अलावा रायकल के तीन पुत्री एवं एक पुत्र है। उसकी मौत के बाद पूरा परिवार गमगीन है। परिवार के पालन कर्ता की मौत के बाद सभी पर आर्थिक संकट भी मंडरा गया है।