जैनाचार्य पुलकसागर महाराज का बांसवाड़ा में भव्य मंगल प्रवेश, लोगों ने पलक पांवड़े बिछाकर किया स्वागत
Pulaksagar Maharaj In Banswara : संतों के मिलन के साक्षी बने श्रावक-श्राविकाएं

बांसवाड़ा. आचार्य की उपाधि प्राप्त करने के बाद राष्ट्रसंत पुलकसागर महाराज का रविवार को बांसवाड़ा शहर में मंगल प्रवेश पर जैन समाजजनों ने पलक पांवड़े बिछा दिए। उनके आगमन को लेकर सकल दिगम्बर जैन समाज में उत्साह का वातावरण बना रहा। जैनाचार्य का बांसवाड़ा शहर में मंगल प्रवेश मुख्य डाकघर चौराहा से रविवार प्रात: आठ बजे हुआ। यहां आचार्य पुलक सागर महाराज जी एवं आचार्य सुनील सागर महाराज जी के शिष्य मुनि सुतेश सागर महाराज का मिलन देखकर श्रद्धालु अभिभूत हो गए। इसके उपरांत आचार्य को शोभायात्रा के रूप में कुशलबाग ले जाया गया। अखिल भारतीय पुलक मंच के प्रवक्ता महेंद्र कवालिया ने बताया कि आचार्य के मंगल प्रवेश के दौरान मंच के अतिरिक्त मुनि संघ सेवा समिति सहित सभी बाल मंडल, बालिका मंडल, नवयुवक मंडल, महिला मंडल एवं जैन समाज के संगठनों के प्रतिनिधि, श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित रहे। शोभायात्रा में महिला मंडल अपने मंडल की निर्धारित वेशभूषा में मस्तक पर कलश लिए चल रही थीं। वहीं नवयुवक मंडल अपने मंच मंडल की वेशभूषा व श्वेत परिधान पहनकर सम्मिलित हुए।
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