ऐसा होगा प्रशासनिक भवन : – तय तकमीने के अनुसार कमाण्डेंट, डिप्टी, सहायक कमाण्डेंट, कंपनी कमाण्डर्स, कोत एण्ड स्टोर आरमोर शॉप, भूतल एवं प्रथम तल के लिए 779.41, डिस्पेन्सरी भवन के लिए 81.76 लाख, एसओ मैस 68.13 लाख, जवानों का मैस भवन 186.26 लाख, एमटी गैरेज कवर्ड पार्र्किंग 35.97 लाख, एमटी कार्यालय, वर्कशॉप, स्टोर 107.45 लाख, सीवर लाइन एवं सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट 57.37 लाख , वाटर सप्लाई सॉर्स का विकास 45.35 लाख, ट्यूबवैल-वाटर टैंक 40.82 लाख, खेल मैदान 36.85 लाख , चारदीवारी निर्माण 137.20 लाख, संतरी चौकी व स्वागत कक्ष 39.30 लाख, ट्रेडमैन शॉप 20.62 लाख, मैन गेट निर्माण 25.10 लाख तथा हाई मास्क लाइट, विद्युत लाइन पर 96.38 लाख के कार्य होंगे।
खेरवाड़ा के बाद बांसवाड़ा मुख्यालय : – एमबीसी के सीआई रतनसिंह राजपुरोहित ने बताया कि उदयपुर के खेरवाड़ा के बाद एमबीसी का बांसवाड़ा का मुख्यालय होगा। बांसवाड़ा एमबीसी की कंपनियां एक बांसवाड़ा में डीजीपी रिजर्व रहेगी। शेष बांसवाड़ा सहित सिरोही, उदयपुर, राजसमंद, चित्तौडगढ़़ जिले तक सेवाएं देंगी। बांसवाड़ा नवगठित एमबीसी में करीब 373 पद स्वीकृत हैं। इसके अलावा अधिकारी अलग है। राजपुरोहित ने बताया कि खेरवाड़ा में इस कंपनी की स्थापना ब्रिटिश सरकार ने वर्ष 1840 में की थी। इसके बाद बांसवाड़ा में इसकी स्थापना हुई है।
आवासीय भवन : – आवास प्रथम टाइप एक 67.86 लाख, आवास टाइप द्वितीय तीन 140.05 लाख, अपर सबोर्डिनेट क्वाटर्स जी टू छह 159.49 लाख, लोअर सबोर्डिनेट क्वाटर्स जी थ्री बत्तीस 526.56 लाख, 100 मैन बैरिक, भूतल 476.86 लाख , 100 मैन बैरिक जीवन 903.53 तथा 50 मैन बैरिक, 25 मैन बैरिक भूतल व 25 मैन बैरिक प्रथम तल 144.77 लाख में तैयार होगा।