बैठक के बाद वहां बनाए गए विधानसभावार बॉक्स में पार्टी की कोर कमेटी में शामिल दो बड़े नेताओं ने प्रत्याशी चयन के बारे में जिले के प्रतिनिधियों से चर्चा की। बांसवाड़ा विधानसभा के लिए प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी, गढ़ी विधानसभा के लिए ओमप्रकाश माथुर व सतीश पूनिया, घाटोल के लिए अरुण चतुर्वेदी व मुरलीधर राव, बागीदौरा के लिए वसुंधरा राजे व आरसी चौधरी तथा कुशलगढ़ के लिए चंद्रशेखर व युनूस खान ने पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की राय जानी। बताया गया कि आला नेताओं ने संभावित प्रत्याशी के बारे में चर्चा की तो किसी विधानसभा क्षेत्र के लिए सुझाव ही लिए गए। जिन कार्यकर्ताओं के पास संगठन का दायित्व है और टिकट के दावेदार भी थे, उनसे पृथक से चर्चा नहीं की गई। इस दौरान पूर्व राज्यमंत्री भवानी जोशी, ओम पालीवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष भगवतपुरी, मनोहर पटेल, पंकज मालोत, प्रवक्ता राजीव ओझा, जिला कार्यकारिणी, मंडल अध्यक्ष व महामंत्री, मोर्चों के अध्यक्ष व प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य आदि मौजूद रहे।
फीडबैक देने वाले प्रतिनिधियों से की चर्चा अनुसार बांसवाड़ा विधानसभा से राज्यमंत्री धनसिंह रावत, हकरू मईड़ा, मुकेश रावत और मोतीलाल भगोरा के नाम दावेदार के रूप में सामने आए। गढ़ी से विधायक जीतमल खांट, धर्मेेंद्र राठौड़, लक्ष्मण डिंडोर, कैलाश मीणा, कुशलगढ़ से भीमाभाई, बागीदौरा से खेमराज गरासिया, कमलेश तंबोलिया, कृष्णा कटारा, घाटोल से नवनीतलाल निनामा, हरेंद्र निनामा, सांसद मानशंकर, प्रकृति खराड़ी, कांतिलाल अहारी आदि के बारे में रायशुमारी की गई।
बांसवाड़ा विधानसभा की रायशुमारी के दौरान पार्टी के एक पदाधिकारी ने यह कहकर आपत्ति जताई कि बांसवाड़ा नगर से वे लोग कैसे सम्मिलित हो रहे हैं, जो पहले निष्कासित किए जा चुके हैं। इस आपत्ति पर राठौड़ व सैनी के समक्ष एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने यह कहकर प्रतिवाद किया कि निष्कासन का पत्र कहां है। इस पर प्रदेशाध्यक्ष सैनी ने कहा कि बांसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में कोई निष्कासित नहीं है। सभी पार्टी के कार्यकर्ता हैं।