बांसवाड़ा : नाबालिग लडक़ी ने माता-पिता को किया बाल विवाह कराने के लिए मजबूर, प्रशासन ने किया पाबंद
पुलिस और प्रशासन ने की कार्रवाई

बांसवाड़ा/तेजपुर. माता पिता नही चाहते कि पढ़ाई में अग्रणी 16 बरस की बेटी की शादी हो लेकिन बेटी जिद पर अड़ी है कि शादी कराओ। बात प्रशासन तक पहुंची तो कानून ने अपना काम किया और बाल विवाह रुकवाया। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के एक गांव का है जहां गुरुवार सुबह पुलिस और आईसीडीएस की एक टीम ने बाल विवाह रुकवाया और नाबालिग बच्ची के माता-पिता को बाल विवाह ने करने के लिए पाबंद किया।
बोली प्रचेता - लडक़ी ने किया मजबूर
मामले को लेकर कार्रवाई करने मौके पर पहुंची प्रचेता सुकन्या जोशी ने बताया कि बातचीत में सामने आया कि किशोरी का बाल विवाह उसके माता-पिता नहीं करा रहे। बल्कि किशोरी स्वयं माता-पिता पर विवाह कराने का दबाव डाल रही थी। किशोरी के पिता ने बताया कि वे बिल्कुल भी बच्ची का विवाह अभी नहीं कराना चाहते बल्कि बेटी पढऩे में होशियार है। उसके दसवीं में 60 फीसदी नंबर हंै और संस्कृत विषय में डिस्टिक्शन है। इस कारण हम उसे आगे भी पढ़ाने के इच्छुक हैं, लेकिन वो विवाह करना चाहती है। वहीं, प्रचेता ने बताया कि बातचीत के दौरान बच्ची ने स्वयं विवाह करने की बात कहती रही और विवाह करने की जिद पर अड़ी रही।
यह है मामला
कोतवाली थाना क्षेत्र के एक गांव में ग्यारहवी कक्षा में अध्ययनरत एक बालिका का विवाह शुक्रवार को 12वीं कक्षा में अध्ययनरत एक किशोर से निर्धारित किया गया था। जिसकी सूचना किसी प्रकार जिला प्रशासन को मिली और प्रशासन ने आईसीडीएस विभाग को कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सूचना पर गुरुवार को पुलिस के साथ मौके पर पहुंची टीम ने मामले को समझा और किशोरी एवं उसके माता-पिता के साथ समझा इश की। साथ ही बाल विवाह न कराने के लिए पाबंद किया। गौरतलब है कि स्कूल रिकॉर्ड में किशोरी की जन्म तारीख 21 जनवरी 2002 अंकित है। यानी बालिका की उम्र महज 16 वर्ष है।
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