जब मर्जी, तब काम
शहर में विनोद टॉकीज के पिछले हिस्से में कच्चा नाला है। इसका भी सुदृढ़ीकरण करना है, लेकिन यहां काम जब ठेकेदार की मर्जी हो, तभी हो रहा है। पार्षद देवबाला राठौड़ ने बताया कि दीपावली के बाद यहां नाले को संबंधित लोग देखकर गए। इसके बाद जनवरी में काम तो शुरू किया, लेकिन लगातार काम नहीं हो रहा है। कभी दो-तीन दिन काम चलता है उसके बाद 15 दिन तक सुध नहीं ली जा रही है। कभी एक-दो फीट ही काम करते हैं और उसके बाद कारीगर चले जाते हैं। इसे लेकर जिला कलक्टर और आयुक्त से भी पूर्व में शिकायत की थी तो तत्काल काम शुरू कर दिया, लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया। इससे अब भी यह नाला कच्चा ही पड़ा है।
शहर में विनोद टॉकीज के पिछले हिस्से में कच्चा नाला है। इसका भी सुदृढ़ीकरण करना है, लेकिन यहां काम जब ठेकेदार की मर्जी हो, तभी हो रहा है। पार्षद देवबाला राठौड़ ने बताया कि दीपावली के बाद यहां नाले को संबंधित लोग देखकर गए। इसके बाद जनवरी में काम तो शुरू किया, लेकिन लगातार काम नहीं हो रहा है। कभी दो-तीन दिन काम चलता है उसके बाद 15 दिन तक सुध नहीं ली जा रही है। कभी एक-दो फीट ही काम करते हैं और उसके बाद कारीगर चले जाते हैं। इसे लेकर जिला कलक्टर और आयुक्त से भी पूर्व में शिकायत की थी तो तत्काल काम शुरू कर दिया, लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया। इससे अब भी यह नाला कच्चा ही पड़ा है।
यहां भी समस्या
नाथेलाव कॉलोनी क्षेत्र से गुजरने वाले नाले का निर्माण कार्य करीब डेढ़ माह पहले शुरू हुआ, लेकिन यहां मुहाने पर ही काम आधा-अधूरा है। क्षेत्रवासियों के अनुसार शुरूआत में काम हुआ, उसके बाद काम बंद कर दिया। लोगों ने कहा कि मनमर्जी से काम कराए जाने पर उच्चाधिकारियों से शिकायत पर काम हुआ, लेकिन बेतरतीब ढंग से निर्माण कर दिया है। इससे जल निकासी उचित ढंग से नहीं हो रही है।
लोगों को अन्य परेशानियां भी झेलनी पड़ रही है। लोगों का कहना है कि नाले से गंदे पानी का बहाव भी सही ढंग से नहीं हो रहा है और जमीन में समा रहा है। इससे आसपास के घरों में नलकूप का पानी भी खराब हो रहा है।
नाथेलाव कॉलोनी क्षेत्र से गुजरने वाले नाले का निर्माण कार्य करीब डेढ़ माह पहले शुरू हुआ, लेकिन यहां मुहाने पर ही काम आधा-अधूरा है। क्षेत्रवासियों के अनुसार शुरूआत में काम हुआ, उसके बाद काम बंद कर दिया। लोगों ने कहा कि मनमर्जी से काम कराए जाने पर उच्चाधिकारियों से शिकायत पर काम हुआ, लेकिन बेतरतीब ढंग से निर्माण कर दिया है। इससे जल निकासी उचित ढंग से नहीं हो रही है।
लोगों को अन्य परेशानियां भी झेलनी पड़ रही है। लोगों का कहना है कि नाले से गंदे पानी का बहाव भी सही ढंग से नहीं हो रहा है और जमीन में समा रहा है। इससे आसपास के घरों में नलकूप का पानी भी खराब हो रहा है।