रात करीब आठ बजे रमेश का स्थानीय युवक अनिल से पुरानी किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। इस पर बात ज्यादा बढ़ी तो दुल्हन का चाचा जीवनलाल बीच बचाव करने के लिए पहुंचा। तब रमेश और उसके परिजनों ने अनिल को तो छोड़ दिया और वे जीवन लाल पर टूट पड़े। उन्होंने लात घूंसे बरसाने शुरू कर दिए। इस मारपीट में गंभीर चोट से जीवनलाल अचेत हो गया। समारोह में अफरा तफरी मच गई। परिजन अचेतावस्था में जीवन लाल को १०८ एम्बुलेंस से छोटी सरवा लेकए पहुंचे, जहां से चिकित्सकों ने उसे कुशलगढ़ के लिए रैफर कर दिया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इधर, इस वारदात के बाद दूसरे दिन मंगलवार को पुलिस ने मौका मुआयना किया। साथ ही आरोपित रमेश, भीमजी, रमिला पत्नी बारजी एवं उसके पति के खिलाफ हत्या में प्रकरण दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं। पुलिस ने बताया कि वारदात की सूचना सुबह आई थी। इसके बाद चिकित्सक नहीं होने की वजह से शव को दोपहर बाद महात्मा गांधी चिकित्सालय पहुंचे। इसके बाद पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंपा।