scriptबांसवाड़ा : किसानों का बनाना था सेवा केंद्र, जिम्मेदार सोते रहे, राजकोष को 9 लाख की चपत | Negligence in construction of Kisan Seva Kendras | Patrika News

बांसवाड़ा : किसानों का बनाना था सेवा केंद्र, जिम्मेदार सोते रहे, राजकोष को 9 लाख की चपत

locationबांसवाड़ाPublished: Feb 15, 2020 07:47:40 pm

Submitted by:

Varun Bhatt

Banswara News In Hindi : केसरपुरा का जर्जरहाल किसान सेवा केंद्र दो पूर्व सरपंच, दो तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी, दो तत्कालीन सहायक अभियंता व एक तत्कालीन सहायक लेखाधिकारी को नोटिस व चार्ज शीट जारी

बांसवाड़ा : किसानों का बनाना था सेवा केंद्र, जिम्मेदार सोते रहे, राजकोष को 9 लाख की चपत

बांसवाड़ा : किसानों का बनाना था सेवा केंद्र, जिम्मेदार सोते रहे, राजकोष को 9 लाख की चपत


बांसवाड़ा. जिले की पंचायत समिति बांसवाड़ा की ग्राम पंचायत आंबापुरा एवं केसरपुरा में किसान सेवा केंद्रों के निर्माण में बड़े स्तर पर लापरवाही सामने आई हैं। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की ओर से विकास अधिकारी को चार्ज शीट थमाई हैं। इसके बाद अब निचले स्तर पर भी कार्रवाई शुरू हो गई हैं। विकास अधिकारी ने दोनों ग्राम पंचायतों के दो पूर्व सरपंचों, एक तत्कालीन सहायक लेखाधिकारी, दो तत्कालीन सहायक अभियंता एवं दो तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारियों को नोटिस-चार्ज शीट जारी कर अनियमितता की राशि वसूली की कार्रवाई शुरू की हैं। मुख्य रूप से किसान सेवा केंद्रों के निर्माण में मूल्यांकन, पर्यवेक्षण सहित अन्य लापरवाही सामने आई हैं। अब तत्कालीन सरपंच एवं तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी से राशि वसूल होगी। किसान सेवा केंद्रों में यह हुई अनियमितता पंचायत समिति बांसवाड़ा के तहत वर्ष 2013-14 में 12 किसान सेवा केंद्र स्वीकृत हुए थे। जिनमें से से आंबापुरा एवं केसरपुरा का निर्माण पूर्ण नही हो पाया। ग्राम पंचायत आंबापुरा में सेवा केंद्र के नाम पर 577160 रुपए का निष्फल व्यय किया गया। इसी प्रकार से ग्राम पंचायत केसरपुरा में सेवा केंद्र पर कार्य के मूल्यांकन से 347952.30 रुपए की अनियमितता की गई। दोनों ही ग्राम पंचायतों की 9 लाख 25 हजार 112 रुपए वसूली के दायरे में हैं।
इन्हें थमाई चार्ज शीट व नोटिस : – 1. तत्कालीन सहायक लेखाधिकारी ग्रेड द्वितीय लेखराम भास्कर – वर्ष 29 सितंबर 2018 से 2 अगस्त 19 तक पंचायत समिति बांसवाड़ा में रहे। जांच में अनियमितता सामने आने पर वसूली के निर्देश दिए थे, लेकिन इस कार्य में लापरवाही बरती गई। 2.तत्कालीन सहायक अभियंता पंचायत समिति बांसवाड़ा अशोक गुप्ता- वर्ष 2013-14 से 30 जून 16 तक कार्य के दौरान कुशल पर्यवेक्षण का अभाव रहा। मूल्यांकन से अधिक राशि 347952 रुपए की वसूली योग्य हैं। एक माह के भीतर पक्ष रखना होगा। इसी प्रकार से आंबापुरा सेवा केंद्र के मामले में भी पर्यवेक्षण का अभाव रहा। 3. तत्कालीन ग्राम सेवक पदेन सचिव ग्राम पंचायत केसरपुरा नेतराम शाक्य – केसरपुरा किसान सेवा केंद्र की मूल्यांकन से अधिक 347952 रुपए की अनियमितता में आधी राशि 173976 जमा कराकर रसीद प्राप्त करने का नोटिस जारी किया गया हैं। 4. ग्राम पंचायत केसरपुरा पूर्व सरपंच शांतिलाल दामा- सेवा केंद्र अनियमितता मामले में 347952 रुपए में से आधी राशि 173976 जमा कराकर रसीद लेने का नोटिस जारी किया गया। 5. तत्कालीन सहायक अभियंता पंचायत समिति बांसवाड़ा रामरूपपाल – 18 अक्टूबर 16 से 31 मई 18 तक कार्यरत होने के दौरान आंबापुरा किसान सेवा केंद्र के पर्यवेक्षण का अभाव रहा। एक माह के भीतर जवाब पेश करने के निर्देश दिए हैं। 6. तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी आंबापुरा राजेंद्र पंचाल- किसान सेवा केंद्र के नाम पर 577160 रुपए का व्यय निष्फल है। आधी राशि 288580 रुपए जमा कराने के लिए आरोप पत्र जारी किया हैं। 7 ग्राम पंचायत आंबापुरा की पूर्व सरपंच काली देवी – किसान सेवा केंद्र के नाम पर 577160 रुपए का व्यय निष्फल है। आधी राशि 288580 रुपए जमा कराने के लिए नोटिस जारी कर जवाब मांगा हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो