पुराना स्कूल तो विशेष पहल
एनपीसीएल का मुख्य रूप से क्षेत्र छोटी सरवन-दानपुर है, लेकिन वहां के दो विद्यालयों के भवन को लेकर स्थिति स्पष्ट होने के बाद प्रशासन स्तर से तीसरा प्रस्ताव जिले के सबसे बड़े विद्यालय नूतन के भवन को लेकर रखा था। जिसकों आखिरकार मंजूरी भी मिल गई। नूतन प्रधानाचार्य राजीव जुआ ने बताया कि नूतन स्कूल 1958 में स्थापित किया गया था। विद्यालय में वर्तमान में 1885 विद्यार्थी ं अध्ययनरत है। खासबात यह भी है इस विद्यालय में दुरस्थ एरिये के विद्यार्थी भी पढऩे आते है। स्कूल का भवन पुराना होने से इसको नया बनाने की भी दरकार थी, अब मंजूरी मिलने से स्कूल का कायाकल्प होगा।
एनपीसीएल का मुख्य रूप से क्षेत्र छोटी सरवन-दानपुर है, लेकिन वहां के दो विद्यालयों के भवन को लेकर स्थिति स्पष्ट होने के बाद प्रशासन स्तर से तीसरा प्रस्ताव जिले के सबसे बड़े विद्यालय नूतन के भवन को लेकर रखा था। जिसकों आखिरकार मंजूरी भी मिल गई। नूतन प्रधानाचार्य राजीव जुआ ने बताया कि नूतन स्कूल 1958 में स्थापित किया गया था। विद्यालय में वर्तमान में 1885 विद्यार्थी ं अध्ययनरत है। खासबात यह भी है इस विद्यालय में दुरस्थ एरिये के विद्यार्थी भी पढऩे आते है। स्कूल का भवन पुराना होने से इसको नया बनाने की भी दरकार थी, अब मंजूरी मिलने से स्कूल का कायाकल्प होगा।
नूतन स्कूल फैक्ट फाइल
स्कूल स्थापना- 1958
अध्ययनरत विद्यार्थी- 1885
कुल उपलब्ध भूमि- &86&00 स्कवायर फीट
कुल निर्मित भवन का क्षेत्रफल- 19440. 48 स्कवायर फीट
रिक्त पड़ी भूमि का कुल क्षेत्रफल- &66859. 52 स्कवायर फीट
निर्माण के लिए प्रस्तावित कक्ष- 40 कक्षा-कक्ष स्मार्ट ग्रीन बोर्ड सहित
खेल, जिम, पार्किंग, पेयजल सुविधा, सौलर ऊर्जा प्लांट, आर्ट एंड क्राफ्ट रूम, सभा भवन सहित अन्य निर्माण विद्यालय में मास्टर प्लान में शामिल है।
18 करोड़ रुपए से अधिक की स्वीकृति मिली
जिले में न्यूक्लियर पावर कार्पो ंरेशन इंडिया लिमिटेड के माध्यम से तीन विद्यालयों के भवन निर्माण को लेकर करीब 18 करोड़ से अधिक की स्वीकृति मिली है। इनमें नूतन, दानपुर एवं कटूंबी स्कूल शामिल है। शिक्षकों के साथ मिलकर ले आउट प्लान बनाया गया था। जिस पर ही आगे निर्माण होगा। टेंडर सहित अन्य प्रक्रिया के बाद निर्माण की दिशा में आगे के कार्य होंगे।
अंकित कुमार, जिला कलक्टर
स्कूल स्थापना- 1958
अध्ययनरत विद्यार्थी- 1885
कुल उपलब्ध भूमि- &86&00 स्कवायर फीट
कुल निर्मित भवन का क्षेत्रफल- 19440. 48 स्कवायर फीट
रिक्त पड़ी भूमि का कुल क्षेत्रफल- &66859. 52 स्कवायर फीट
निर्माण के लिए प्रस्तावित कक्ष- 40 कक्षा-कक्ष स्मार्ट ग्रीन बोर्ड सहित
खेल, जिम, पार्किंग, पेयजल सुविधा, सौलर ऊर्जा प्लांट, आर्ट एंड क्राफ्ट रूम, सभा भवन सहित अन्य निर्माण विद्यालय में मास्टर प्लान में शामिल है।
18 करोड़ रुपए से अधिक की स्वीकृति मिली
जिले में न्यूक्लियर पावर कार्पो ंरेशन इंडिया लिमिटेड के माध्यम से तीन विद्यालयों के भवन निर्माण को लेकर करीब 18 करोड़ से अधिक की स्वीकृति मिली है। इनमें नूतन, दानपुर एवं कटूंबी स्कूल शामिल है। शिक्षकों के साथ मिलकर ले आउट प्लान बनाया गया था। जिस पर ही आगे निर्माण होगा। टेंडर सहित अन्य प्रक्रिया के बाद निर्माण की दिशा में आगे के कार्य होंगे।
अंकित कुमार, जिला कलक्टर
रावतभाटा मॉडल पर होगा काम
एनपीसीएल की ओर से शिक्षण संस्थाओं के भवन निर्माण की दिशा में विशेष कार्य किए जाते है। रावत भाटा में कुछ विद्यालयों के भवन बनाए भी है। वहां के विद्यालयों को रोल मॉडल मानते हुए उसी की तर्ज पर यहां भी भवन बनाए जाएंगे। विद्यालयों के भवनों का सर्वे करने के बाद मॉडल स्कूल की डिजाइन तैयार कर इनका पांच वर्ष की अवधि में निर्माण पूरा कराया जाएगा। पूरी प्रक्रिया टेंडर से होगी। इसी वर्ष से निर्माण शुरू करना प्रस्तावित है।
मयुर गुप्ता, उप मुख्य अभियंता एनपीसीएल
एनपीसीएल की ओर से शिक्षण संस्थाओं के भवन निर्माण की दिशा में विशेष कार्य किए जाते है। रावत भाटा में कुछ विद्यालयों के भवन बनाए भी है। वहां के विद्यालयों को रोल मॉडल मानते हुए उसी की तर्ज पर यहां भी भवन बनाए जाएंगे। विद्यालयों के भवनों का सर्वे करने के बाद मॉडल स्कूल की डिजाइन तैयार कर इनका पांच वर्ष की अवधि में निर्माण पूरा कराया जाएगा। पूरी प्रक्रिया टेंडर से होगी। इसी वर्ष से निर्माण शुरू करना प्रस्तावित है।
मयुर गुप्ता, उप मुख्य अभियंता एनपीसीएल