बांसवाड़ा. भारतीय नव संवत्सर चैत्र शुक्ल प्रतिपदा बुधवार को उत्साह से मनाया गया। प्रात: में प्रभात फेरी निकली। शहर के प्रमुख चौराहों पर आमजन के तिलक लगाकर स्वागत किया। रंगोली सजाई जाएगी। अपराह्न बाद कुशलबाग मैदान से शोभायात्रा में सनातन संस्कृति के दर्शन हुए। इसमें झांकियां व परम्परागत गेर नृत्य आकर्षण का केंद्र रहे। भारतीय नव वर्ष समारोह समिति के तत्वावधान में नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई । प्रचार प्रमुख हिमेश उपाध्याय ने बताया कि निर्धारित समय ठीक दोपहर 3:00 बजे नगर के मध्य स्थित कुशलबाग मैदान में शोभायात्रा में सम्मिलित होने वाले बंधु भगिनी सांस्कृतिक वेशभूषा में एकत्रित होने लगे। शोभायात्रा के पूर्व नववर्ष समारोह समिति के अध्यक्ष कांतिलाल पटेल, संयोजक डॉ. युधिष्ठिर त्रिवेदी, विश्व ङ्क्षहदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल सदस्य स्थानीय बड़ा रामद्वारा के संत राम प्रकाश, नगर परिषद सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी ने शोभायात्रा में सम्मिलित होने वाले सभी नगर वासियों को नववर्ष की बधाई देते हुए उद्बोधन प्रदान किया। संत रामप्रकाश ने कहा कि भारतीय काल , काल गणना अत्यंत वैज्ञानिक और विश्व धरोहर है। सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी ने आयोजन को अभूतपूर्व बताया। भारत माता की जय, सनातन धर्म की जय, जय श्री राम, विक्रमादित्य की जय, ङ्क्षहदू नव वर्ष की शुभकामनाओं के ओजस्वी नारों के साथ लगभग 1 किलोमीटर लंबी भव्य और आकर्षक शोभायात्रा जब नगर के प्रमुख मार्गो से गुजरी तो संपूर्ण नगर वासियों ने पुष्प वर्षा, इत्र के छिड़काव, शीतल पेय आदि से शोभायात्रा का सत्कार किया। संत रामप्रकाश के साथ नगर के प्रमुख सामाजिक, सांस्कृतिक, सर्व समाजों के प्रमुख कार्यकर्ता, नववर्ष समारोह समिति के सदस्य, महिलाएं भी पैदल चली। शोभायात्रा में भगवा साफे पहने सर्व समाज की महिलाएं हाथ में ओम की पताका लिए हुए सभी को नव वर्ष की बधाई और भजन गाते हुए चल रही थी। पुरुषों ने भी सप्तरंगी साफे और पताका थाम रखी थी। शोभायात्रा में मोटरसाइकिल सवार भगवाधारी, नेजा, घोड़े, ऊंट गाड़ी, बैंड, भजन मंडली के साथ गणपति मंदिर झांकी, शंख मंदिर झांकी, त्रिपुरा सुंदरी मंदिर झांकी, राधा वल्लभ भजन मंडली, ङ्क्षसधी समाज की झांकी, दीनबंधु गोशाला की झांकी, गायत्री परिवार की झांकी, नगर के विभिन्न अखाडें, विद्या भारती की झांकी, नृङ्क्षसह भगवान की झांकी, महापुरुषों के वेश में ऊंट गाडिय़ों पर बैठे नन्हे-मुन्ने विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। नई आबादी पर शोभायात्रा के स्वागत में गरबा रास किया गया। आजाद चौक, नई आबादी, गांधी मूर्ति हॉस्पिटल चौराहा, उपाध्याय पार्क आदि स्थानों पर शोभायात्रा का पुष्प वर्षा से भव्य स्वागत नगर वासियों ने किया। शोभायात्रा मार्ग भगवा पताका से सज्जित होकर देश भक्ति नारों से गूंज रहा था। शोभायात्रा का समापन कुशलबाग में हुआ आभार समिति सचिव कमलाकांत सेठ व्यक्त किया। संचालन सतीश आचार्य ने किया।
बांसवाड़ा. भारतीय नव संवत्सर चैत्र शुक्ल प्रतिपदा बुधवार को उत्साह से मनाया गया। प्रात: में प्रभात फेरी निकली। शहर के प्रमुख चौराहों पर आमजन के तिलक लगाकर स्वागत किया। रंगोली सजाई जाएगी। अपराह्न बाद कुशलबाग मैदान से शोभायात्रा में सनातन संस्कृति के दर्शन हुए। इसमें झांकियां व परम्परागत गेर नृत्य आकर्षण का केंद्र रहे। भारतीय नव वर्ष समारोह समिति के तत्वावधान में नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई । प्रचार प्रमुख हिमेश उपाध्याय ने बताया कि निर्धारित समय ठीक दोपहर 3:00 बजे नगर के मध्य स्थित कुशलबाग मैदान में शोभायात्रा में सम्मिलित होने वाले बंधु भगिनी सांस्कृतिक वेशभूषा में एकत्रित होने लगे। शोभायात्रा के पूर्व नववर्ष समारोह समिति के अध्यक्ष कांतिलाल पटेल, संयोजक डॉ. युधिष्ठिर त्रिवेदी, विश्व ङ्क्षहदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल सदस्य स्थानीय बड़ा रामद्वारा के संत राम प्रकाश, नगर परिषद सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी ने शोभायात्रा में सम्मिलित होने वाले सभी नगर वासियों को नववर्ष की बधाई देते हुए उद्बोधन प्रदान किया। संत रामप्रकाश ने कहा कि भारतीय काल , काल गणना अत्यंत वैज्ञानिक और विश्व धरोहर है। सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी ने आयोजन को अभूतपूर्व बताया। भारत माता की जय, सनातन धर्म की जय, जय श्री राम, विक्रमादित्य की जय, ङ्क्षहदू नव वर्ष की शुभकामनाओं के ओजस्वी नारों के साथ लगभग 1 किलोमीटर लंबी भव्य और आकर्षक शोभायात्रा जब नगर के प्रमुख मार्गो से गुजरी तो संपूर्ण नगर वासियों ने पुष्प वर्षा, इत्र के छिड़काव, शीतल पेय आदि से शोभायात्रा का सत्कार किया। संत रामप्रकाश के साथ नगर के प्रमुख सामाजिक, सांस्कृतिक, सर्व समाजों के प्रमुख कार्यकर्ता, नववर्ष समारोह समिति के सदस्य, महिलाएं भी पैदल चली। शोभायात्रा में भगवा साफे पहने सर्व समाज की महिलाएं हाथ में ओम की पताका लिए हुए सभी को नव वर्ष की बधाई और भजन गाते हुए चल रही थी। पुरुषों ने भी सप्तरंगी साफे और पताका थाम रखी थी। शोभायात्रा में मोटरसाइकिल सवार भगवाधारी, नेजा, घोड़े, ऊंट गाड़ी, बैंड, भजन मंडली के साथ गणपति मंदिर झांकी, शंख मंदिर झांकी, त्रिपुरा सुंदरी मंदिर झांकी, राधा वल्लभ भजन मंडली, ङ्क्षसधी समाज की झांकी, दीनबंधु गोशाला की झांकी, गायत्री परिवार की झांकी, नगर के विभिन्न अखाडें, विद्या भारती की झांकी, नृङ्क्षसह भगवान की झांकी, महापुरुषों के वेश में ऊंट गाडिय़ों पर बैठे नन्हे-मुन्ने विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। नई आबादी पर शोभायात्रा के स्वागत में गरबा रास किया गया। आजाद चौक, नई आबादी, गांधी मूर्ति हॉस्पिटल चौराहा, उपाध्याय पार्क आदि स्थानों पर शोभायात्रा का पुष्प वर्षा से भव्य स्वागत नगर वासियों ने किया। शोभायात्रा मार्ग भगवा पताका से सज्जित होकर देश भक्ति नारों से गूंज रहा था। शोभायात्रा का समापन कुशलबाग में हुआ आभार समिति सचिव कमलाकांत सेठ व्यक्त किया। संचालन सतीश आचार्य ने किया।