राज्य के दूरस्थ क्षेत्र में शुमार बांसवाड़ा के हृदय रोगियों को राहत देने के लिए तत्कालीन चिकित्सा मंत्री भवानी जोशी ने 24 अगस्त 2008 एमजी अस्पताल में अलग से गहन हृदय चिकित्सा इकाई शुरू करवाई थी।
लाखों रुपए की लागत से बनी इस इकाई को इन दिनों गोदाम की तरह काम में लिया जा रहा है। यहां एक ठेकेदार ने सीमेन्ट के कट्टे भर रखे हैं।
शहर में कोई भी हृदय रोग विशेषज्ञ नहीं होने से अधिकांश हृदय रोगियों को प्राथमिक उपचार के बाद अहमदाबाद या उदयपुर ले जाना पड़ता है। सरकारी अस्पताल में तो कई बार हृदय रोगियों को प्राथमिक उपचार भी नहीं मिल पाता है।
पूर्व चिकित्सा मंत्री भवानी जोशी ने बताया कि उन्होंने मंत्री रहते हुए मेहनत से हृदय चिकित्सा इकाई शुरू करवाई थी। इसमें प्रशिक्षित स्टाफ के साथ आवश्यक उपकरण लगवाए थे। बाद में कोई भी इसे संभाल नहीं सका। अब इसकी हालत देखकर दुख होता है। इस बारे में सभी को सोचना चाहिए।
टीएडी से आए बजट से आईसीयू का जीर्णोद्धार चल रहा है। हृदय रोग इकाई के बारे में मुझे जानकारी नहीं है।
डॉ. वी.के.जैन, पीएमओ