उज्जैनPublished: Jan 22, 2018 12:54:14 am
Gopal Bajpai
पत्रिका के मुद्दा उठाने पर निगम ने की कार्रवाई…गैंग के साथ पहुंचे एसई, जेसीबी व हथौड़े से हटाए छज्जे व निर्माण
Removal of some shabby part of milking complex
उज्जैन. खतरनाक हो चुके उद्योग विभाग के दूधतलाई स्थित कॉम्प्लेक्स के जर्जर भाग व छज्जे को हटाने रविवार सुबह १०.३० बजे नगर निगम गैंग पहुंची। जेसीबी व हथौड़े चलाकर हवा में झूल रहे निर्माण को तोड़ा गया। ताकी ये किसी के लिए जानलेवा ना बने। पत्रिका में प्रकाशित खबर के बाद प्रशासन हरकत में आया और जर्जर कॉम्प्लेक्स की सुध ली। इधर निगम द्वारा एकाएक नीचे की दुकानें खाली करने के नोटिस से व्यापारी भयभीत हो गए। बाद में बताया गया कि नोटिस सामान्य रूप से दिया है, दुकानें यथावत रहेंगी।
४० साल पुराना ये कॉम्प्लेक्स पुरी तरह जर्जर हो चुका है। तीन मंजिला भवन के ऊपरी भाग की छत टूटने से पानी सीधा अंदर घुसता है। इससे दीवारें, पिलर व बिम जड़ छोड़ चुके हैं। हर कहीं प्लास्टर से सरिए झांकने लगे हैं। शुक्रवार को प्लास्टर गिरने की घटना होने से दुकानदार व आसपास के लोग चिंतित हो गए थे। पत्रिका ने प्रमुखता से इस खबर को प्रकाशित कर प्रशासन को आगाह किया था। जिस पर कलेक्टर संकेत भोंडवे ने निगमायुक्त को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। कार्रवाई दौरान तीन घंटे मार्ग पर यातायात बंद रहा।
मालिक उद्योग विभाग बेफिक्र, प्लान नहीं
मौके की करोड़ों रुपए की जगह होने के बावजूद भवन मालिक उद्योग विभाग बेफिक्र है। कॉम्प्लेक्स के जर्जर अवस्था से खतरनाक स्थिति में पहुंचने के दौरान कई महाप्रबंधक बदल गए, लेकिन किसी ने इसके लिए कोई ठोस प्लानिंग नहीं की। यहीं कारण है कि इस अच्छी जगह का कोई उपयोग नहीं हो पा रहा। भूतल के दर्जनभर दुकानदारों को उद्योग विभाग ने ९९ साल की लीज पर दुकानें आवंटित कर रखी हैं।
खतरा अभी टला नहीं, समन्वय की दरकार
रविवार को हुई नगर निगम की कार्रवाई से खतरा टला नहीं है। निगम ने कुछ ही जर्जर हिस्सा हटाया। जबकि पूरा भवन, पिलर, दीवारें व निर्माण जर्जर है। जिला प्रशासन को चाहिए कि वे दुकानदारों को विश्वास में लेकर कॉम्प्लेक्स को लेकर उचित निर्णय कराए। ताकी यहां किसी तरह के हादसे की आशंका दूर हो सकें।
दुकानदार सहमे, एसई ने दिया भरोसा
रविवार अवकाश का दिन और दल-बल के साथ पहुंची निगम गैंग। ये नजारा देख दुकानदार सहम गए और बोले कि हमारा लाखों का सामान पड़ा है इसकी नुकसानी का जवाबदार कौन। इस पर निगम एसई हंसकुमार जैन ने भरोसा दिया कि केवल जर्जर हिस्सा हटाएंगे, दुकानों में कोई नुकसान नहीं होगा। लोगों ने सभापति को भी दिक्कत से अवगत कराया।