बांसवाड़ाPublished: Oct 27, 2023 10:14:55 pm
mradul Kumar purohit
बांसवाड़ा. विधानसभा चुनाव में एक-एक वोट की महत्ता है और इसी आधार पर चुनाव परिणाम तय होते हैं, किंतु कई बार पसंद का प्रत्याशी नहीं होने पर मतदाता वोट नहीं डालते हैं। इससे मतदान प्रतिशत घटता है। अधिकाधिक मतदान को लेकर निर्वाचन आयोग ने ईवीएम में नोटा का विकल्प दिया, किंतु गत दो चुनाव को देखें तो बांसवाड़ा में नोटा भाजपा व कांग्रेस को छोड़कर अन्य दलों व निर्दलीय प्रत्याशियों पर भारी पड़ा है। 2013 में कुशलगढ़ और 2018 में घाटोल सीट पर जीत के अंतर से अधिक नोटा में वोट दर्ज हुए थे।