न्यायालय ने दस अक्टूबर के तबादला आदेश पर स्थगन दे दिया। यह मामला लंबित रहते हुए भी 18जुलाई 2018 को स्थानांतरण खेरवाड़ा पंचायत समिति कर दिया। 18 जुुलाई के तबादले आदेश पर स्थगन आदेश देते हुए राजस्थान सिविल सेवा अपील अधिकरण ने टिप्पणी की है कि प्रकरण में अपीलार्थी का स्थानांतरण प्रशासनिक आवश्यकतावश या स्थानांतरण की सामान्य प्रक्रिया के अनुसार नहीं होकर राजनीतिक हस्तक्षेप व कार्मिक के प्रति द्वेषभाव के कारण किया प्रतीत होता है। अपीलार्थी का आरोप है कि उसने राजकीय राशि के दुरुपयोग के एक मामले में जांच की थी, इसी कारण राजनीतिक दुर्भावना से तबादला किया गया। इस बीच पाटीदार के मुताबिक उन्होंने अदालत से स्थगन मिलने के बाद बांसवाड़ा जिला परिषद में पंचायत प्रसार अधिकार के पद पर गुरुवार को कार्यभार संभाल लिया।
कई घूसखोर पकड़वाए
पाटीदार ने 2007 में कुशलगढ़ विकास अधिकारी को दस हजार रुपए देते हुए एसीबी से पकड़वाया। 2008 में पंचायत समिति गढ़ी के कनिष्ठ अभियंता भगवनसिंह को साढ़े सात हजार रुपए देते हुए पकड़वाया। 2012 में कुशलगढ़ में तीन जनों को 35 हजार रुपए देते पकड़वाया तो 2016 में जिला परिषद में चार अधिकारियों-कार्मिकों को जांच दबाने के लिए डेढ़ लाख रुपए लेते हुए रिवर्स में पकड़वाया है। इसके अलावा उन्होंने जिले में कई विकास कार्यो में कइ्र्र अनियमितताओं की शिकायतों की जांच की रिपोर्ट पेश की थी। उन्होंने विधायक खांट के पैतृक गांव में उनके निवास और उसके इर्द गिर्द के इलाके में 67 लाख के सरकारी धन के खर्च की एक शिकायत की भी जांच कर रिपोर्ट दी थी। इस जांच में सरकारी धन के दुरुपयोग की पुष्टि हुई थी।
पाटीदार ने 2007 में कुशलगढ़ विकास अधिकारी को दस हजार रुपए देते हुए एसीबी से पकड़वाया। 2008 में पंचायत समिति गढ़ी के कनिष्ठ अभियंता भगवनसिंह को साढ़े सात हजार रुपए देते हुए पकड़वाया। 2012 में कुशलगढ़ में तीन जनों को 35 हजार रुपए देते पकड़वाया तो 2016 में जिला परिषद में चार अधिकारियों-कार्मिकों को जांच दबाने के लिए डेढ़ लाख रुपए लेते हुए रिवर्स में पकड़वाया है। इसके अलावा उन्होंने जिले में कई विकास कार्यो में कइ्र्र अनियमितताओं की शिकायतों की जांच की रिपोर्ट पेश की थी। उन्होंने विधायक खांट के पैतृक गांव में उनके निवास और उसके इर्द गिर्द के इलाके में 67 लाख के सरकारी धन के खर्च की एक शिकायत की भी जांच कर रिपोर्ट दी थी। इस जांच में सरकारी धन के दुरुपयोग की पुष्टि हुई थी।