पुलिस उप अधीक्षक प्रभाती लाल ने बताया कि पांचों आरोपियों ने गर्भवती से बारी-बारी से बलात्कार किया। इससे गर्भ में परेशानी आने पर 17 जुलाई को गर्भपात करवाया गया। पुलिस के अनुसार वारदात में पहले पुलिस ने तीन आरोपी माने, लेकिन जब गर्भवती युवती ने कोर्ट में 164 के बयान दिए तो उनमें उसने पांच आरोपियों के बलात्कार करने की बात कही थी।
युवती के गर्भवती होने की बात पुलिस ने दबाए रखी। जबकि युवती महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती रही और फिर उसे उदयपुर रैफर भी किया गया। पुलिस ने युवती से बलात्कार एवं अन्य घटना के बारे में तो पूरी जानकारी दी, लेकिन युवती के गर्भवती होने के मामले में चुप्पी साधे रखी। अब जब पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार तो यह भी साफ किया कि युवती गर्भवती थी।