गौरतलब है कि उपखंड अधिकारी के नोटिस मिलने के बाद ग्राम पंचायत बागीदौरा, बोडीगामा, बारीगामा, करजी, पिपलोद व कलिजंरा पंचायत के 12 झोलाछापों में से गुरुवार को 9 झोलाछाप डाक्टरों ने अपने जवाब एसडीएम को सौंपे। इस पर एसडीएम डॉ अमित यादव ने प्रमाण पत्रो को देखने के बाद उसे प्रमाणित नहीं माना और दवाखाना तत्काल बंद करने के निर्देश दिए।
बारीगामा के संजय विश्वास, कलिजंरा के वीरेन्द्र शाक्य व दिनेश पटेल, महानंद हलदार बागीदौरा, विप्लवधर बुडवा, मलय कृष्ण मंडल, अखिल टिडधर पीपलोद, अपूर्व विश्वास अगोरिया, पण्डल मित्तव कलिजंरा को फर्जी तौर पर किए जा रहे चिकित्सकीय कार्य को गुरुवार से ही बंद करने के निर्देश दिए। उपखंड अधिकारी ने उन भवनों के मालिकों को भीे 10 जुलाई तक भवन खाली करवाने का निर्देश दिए हैं, जिनमें दवाखानों का संचालन किया जा रहा है।
गुरुवार को पीपलोद से कैलाश पाटीदार, शेरगढ़ से रतन सरकार और कलिंजरा से विपुल जैन उपखंड अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत हुए और नर्सिंग कर्मी होने की जानकारी दी और प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए। इस पर एसडीएम ने प्रमाण पत्रों की चिकित्सा विभाग व राजस्थान नर्सिंग काउसिंल से जांच कराने के आदेश दिए।