गांव में दो बार पैँथर के हमले के बाद ग्रामीण भयभीत हैं और उन्होंने वन अधिकारियों से सुरक्षा की मांग की । इस पर वन अधिकारियों ने कहा कि गांव में सुरक्षा के लिए वनकार्मिक गश्त करेंगे। पैँथर को पकडऩे के लिए भी उपाय किए जाएंगे। घटनास्थल पर डॉक्टरों की टीम ने मृत चार बकरियों का पोस्टमार्टम किया। डॉ अजय घोले एवं अमित शर्मा ने घायल बकरियों का इलाज किया गया। वनपाल मधुसूधन ने ग्रामीणों को रात में सतर्क रहने को कहा। उन्होंने कहा कि शाम होने के बाद बच्चों को घर से बाहर नहीं निकालें। बकरियों को घर के अंदर बांधें।