नहीं है सुव्यवस्थित बस स्टैंड
कस्बे की बदकिस्मती यह है कि यहां कोई भी सुव्यवस्थित बस स्टैंड नहीं है। इस कारण लोगों को मुख्य मार्ग पर ही खड़ा होकर बस का इंतजार करना पड़ता है। पुराना बस स्टैंड पर पीपल चबूतरे के पास ऑटो रिक्शा, फल एवं सब्जी विके्रताओं का भी जमावड़ा रहता है।
कस्बे की बदकिस्मती यह है कि यहां कोई भी सुव्यवस्थित बस स्टैंड नहीं है। इस कारण लोगों को मुख्य मार्ग पर ही खड़ा होकर बस का इंतजार करना पड़ता है। पुराना बस स्टैंड पर पीपल चबूतरे के पास ऑटो रिक्शा, फल एवं सब्जी विके्रताओं का भी जमावड़ा रहता है।
इस संबंध में कई बार जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन को अवगत करवाया गया है, लेकिन हालात ज्यों के त्यों ही हंै। कहने को नया बस स्टैण्ड भी है, लेकिन इसके हाल भी जगजाहिर हैं।
सुलभ कॉम्प्लेक्स का भी अभाव
सुलभ कॉम्प्लेक्स का भी अभाव
कस्बे के नया एवं पुराना बस-स्टैंड पर सुलभ कॉम्पलेक्स जैसी सुविधाओं के अभाव में स्थानीय एवं अन्य यात्रियो खासकर महिलाओं को भारी असुविधा उठानी पड़ती है। कस्बे में कई गांवों से रोजाना हजारों लोगों की आवाजाही होती है। इधर, पुराना बस-स्टैण्ड पर बने टॉयलेट की सफाई के अभाव में खस्ताहाल हो चुका है। यहां भीड़भाड़ के चलते महिलाओं को भारी परेशानी होती है।
अतिक्रमण से सिकुड़ता बाजार कस्बे में नया बस-स्टैंड से लेकर बेड़वा बस-स्टॉप तक नेशनल हाइवे मार्ग पर डिवाडर के दोनों ओर अतिक्रमण और बेतरतीब पार्किंग एवं वाहनों के जमाव से यातायात व्यवस्था बिगड़ी रहती है। गणेश मंदिर से स्कूल स्टेडियम तक मुख्य सड़क के दोनों ओर अतिक्रमण के कारण जाम की स्थिति बनी रहती है।
जिससे यहां से गुजरने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इन सब के बावजूद प्रशासन ने समस्या के समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया।आओ
हम सब लें संकल्प,सुधारें अपना कस्बा
हम सब लें संकल्प,सुधारें अपना कस्बा
प्रशासन और सरकार की नजरअंदाजी के कारण परतापुर कस्बे में बेतरतीब रूप से समस्याएं बढ़ चुकी हैं। लेकिन अब समय आ गया है कि हम सब अपने कस्बे को सुधारने का संकल्प लें और एकजुट हो इस दिशा में कार्य करें। ताकि लोगों को रोजना हो रही समस्याओं से निजात दिलाई जा सके। हमारा प्रयास ही कस्बे को विकास की नई दिशा दिला सकता है और विकास की डगर पर दौड़ सकता है ।