कुछ ही देर में मौके पर अन्य युवक भी इक_ा हो गए और महिला पर पत्थर बरसाने लगे। अचानक पत्थरबाजी से घबराई विमंदित महिला मंदिर परिसर में इधर-उधर भागने लगी, लेकिन चारों तरफ से पत्थरबाजी के कारण उसे कई पत्थर लगे। इससे उसके चोंटें भी आई। वहीं, घटना को लेकर कुछ अन्य ग्रामीणों का कहना है कि महिला पत्थरों के ढेर पर बैठी थी। उस दौरान कुछ युवक वहां से गुजर रहे थे। महिला ने उन पर एक-दो पत्थर मार दिए। जिससे गाड़ी के शीशे भी टूट गए। जिसके बाद युवकों ने भी जवाब में महिला पर पत्थर बरसा दिए।
पुलिस को जानकारी ही नहीं
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर पुलिस एक बार फिर अनभिज्ञ नजर आई। विमंदित महिला के साथ शाम को पत्थरबाजी की घटना की जानकारी कलिंजरा सीआई देवीलाल ने न होने की बात कही। वहीं, बागीदौरा चौकी प्रभारी प्रभारी बापूलाल ने भी जानकारी न होने की बात कही।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर पुलिस एक बार फिर अनभिज्ञ नजर आई। विमंदित महिला के साथ शाम को पत्थरबाजी की घटना की जानकारी कलिंजरा सीआई देवीलाल ने न होने की बात कही। वहीं, बागीदौरा चौकी प्रभारी प्रभारी बापूलाल ने भी जानकारी न होने की बात कही।
विमंदित के साथ पहला मामला नहीं
जिले में विमंदित महिला के साथ घटना का यह पहला मामला नहीं है। प्रशासन और पुलिस की बेरुखी के कारण गुरुवार को एक बार फिर एक विमंदित महिला समाजकंटकों का शिकार बनी। इससे पूर्व घाटोल क्षेत्र खमेरा गांव की विमंदित महिला के साथ दुष्कर्म और बच्चे को जन्म देने का मामला भी सामने आ चुका है। इस गंभीर और मानवता को तार-तार कर देने वाले घटनाक्रम के बाद भी प्रशासन ने जिले में विमंदित महिलाओं को सुरक्षा के लिए कोई प्रबंधन नहीं किए। प्रशासन ने खमेरा में विमंदित के साथ हुए हादसे से सबक लिया होता तो नौगामा में यह हादसा नहीं होता।
जिले में विमंदित महिला के साथ घटना का यह पहला मामला नहीं है। प्रशासन और पुलिस की बेरुखी के कारण गुरुवार को एक बार फिर एक विमंदित महिला समाजकंटकों का शिकार बनी। इससे पूर्व घाटोल क्षेत्र खमेरा गांव की विमंदित महिला के साथ दुष्कर्म और बच्चे को जन्म देने का मामला भी सामने आ चुका है। इस गंभीर और मानवता को तार-तार कर देने वाले घटनाक्रम के बाद भी प्रशासन ने जिले में विमंदित महिलाओं को सुरक्षा के लिए कोई प्रबंधन नहीं किए। प्रशासन ने खमेरा में विमंदित के साथ हुए हादसे से सबक लिया होता तो नौगामा में यह हादसा नहीं होता।