फोटो कॉपी में – एक कॉपी के पांच रुपए : – रातीतलाई-मोहन कॉलोनी में ई मित्र एवं फोटो कॉपी के लिए एक प्रतिष्ठान खुला था। यहां राशि जमा कराने व निकालने के साथ ही दस्तावेजों की फोटो कॉपी के लिए कुछ लोग खड़े थे। यहां प्रत्येक दस्तावेज की कॉपी निकालने के नाम पर पांच-पांच रुपए वसूले जा रहे थे, जबकि आम दिनों में एक पेज का एक रुपया ही लगता हैं। इसका कारण पूछने पर संचालक ने बताया कि मशीन नहीं होने से स्कैन कर निकाल रहे है, इसलिए राशि भी ज्यादा लगेगी। यहां भामाशाह कार्ड, आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेजों में भी इसी प्रकार राशि वसूली जा रही थी। ऐसी ही स्थिति फोटो कॉपी के नाम पर अन्य जगह भी मिली।
ये गलत है, लेकिन कोई रोक नही रहा : – आमलीखेड़ा के भवानीशंकर ने बताया कि कैंसर पीडि़त एक मरीज को लेकर आया था। उपचार उदयपुर चल रहा है, लेकिन लॉक डाउन की वजह से वहां जाना संभव नही होने से बांसवाड़ा ले कर आया। यहां किमोथैरेपी के लिए पंजीयन के लिए दस्तावेज जमा कराने थे। इस पर 35 पेज की फोटो कॉपी कराई तो प्रति पेज पांच रुपए के हिसाब से राशि वसूली गई। यह गलत है। सज्जनगढ़ के कसारवाड़ी के मुकेश ने बताया कि परिजन को लेकर एमजी अस्पताल लेकर आया तो दस्तावेज जमा कराने को कहा। 14 पेज की कॉपी निकलवाई तो 70 रुपए वसूले गए। इस घड़ी में कुछ दुकान संचालन ऊंची राशि ले रहे है जो ठीक नही हैं।
इसलिए चाहिए दस्तावेज : – अस्पताल के कार्मिक संदीप गामोट ने बताया कि लॉक डाउन के बाद कैंसर के मरीज जिनका अहमदाबाद, उदयपुर सहित बाहर उपचार चल रहा था, वे वहां जा नही पा रहे है। इसी के कारण इन दिनों एमजी पहुंचने पर इस श्रेणी के मरीजों का रजिस्ट्रेशन होता है। इसके लिए जरूरी रिपोर्ट की फोटो कॉपी जरूरी है। जांच रिपोर्ट होने से एक मरीज के 25 से अधिक पेज की फाइल आमतौर पर होती है। अस्पताल में पंजीयन सहित सभी सुविधाएं निशुल्क है। ऐसे में बाहर यदि फोटो कॉपी के नाम पर कोई अधिक राशि ले रहा है तो यह गलत है।