बांसवाड़ा. वागड़ के शिव मंदिरों में शनिवार दोपहर बाद से एकाएक श्रद्धालुओं का मजमा लगने लगा। कोई हाथों में दूध लिए तो कोई जल लेकर मंदिरों की ओर बढ़ता नजर आया। तेजी से बढ़ते कदमों को देख दूसरे लोग भी कौतूहलवश मंदिरों की ओर बढ़ चले। जहां बड़ी संख्या में लोग भोले के जयकारे लगाते हुए नजर आए। साथ महादेव के वाहन के नंदी महाराज की प्रतिमा के लगी भीड़ प्रतिमा को दूध पिलाती नजर आई। नंदी महाराज की प्रतिमा के द्वारा दूध और पानी पीने की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। और धीरे धीरे तकरीबन सभी मंदिरों में श्रद्धालु नंदी महाराज को दूध पिलाने के लिए बढ़ चले। पूछने पर लोगों ने बताया कि शनिवार दोपहर बाद से नंदी महाराज दूध पी रहे हैं। हालांकि नंदी प्रतिमा के द्वारा दूध या पानी पीने के कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिले। नंदी प्रतिमा को दूध पिलाने की खबर धीरे धीरे समूचे प्रदेश ही नहीं बल्कि अन्य प्रदेशों में फैल गई। जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग मंदिर पहुंच नंदी प्रतिमा को दूध और पानी पिलाते दिखे।नंदी प्रतिमा को दूध पिलाती महिलाएं।नंदी प्रतिमा को पानी पिलाती महिलाएं।मंदिर में उपस्थित महिलाएं।
बांसवाड़ा. वागड़ के शिव मंदिरों में शनिवार दोपहर बाद से एकाएक श्रद्धालुओं का मजमा लगने लगा। कोई हाथों में दूध लिए तो कोई जल लेकर मंदिरों की ओर बढ़ता नजर आया। तेजी से बढ़ते कदमों को देख दूसरे लोग भी कौतूहलवश मंदिरों की ओर बढ़ चले। जहां बड़ी संख्या में लोग भोले के जयकारे लगाते हुए नजर आए। साथ महादेव के वाहन के नंदी महाराज की प्रतिमा के लगी भीड़ प्रतिमा को दूध पिलाती नजर आई। नंदी महाराज की प्रतिमा के द्वारा दूध और पानी पीने की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। और धीरे धीरे तकरीबन सभी मंदिरों में श्रद्धालु नंदी महाराज को दूध पिलाने के लिए बढ़ चले। पूछने पर लोगों ने बताया कि शनिवार दोपहर बाद से नंदी महाराज दूध पी रहे हैं। हालांकि नंदी प्रतिमा के द्वारा दूध या पानी पीने के कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिले। नंदी प्रतिमा को दूध पिलाने की खबर धीरे धीरे समूचे प्रदेश ही नहीं बल्कि अन्य प्रदेशों में फैल गई। जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग मंदिर पहुंच नंदी प्रतिमा को दूध और पानी पिलाते दिखे।नंदी प्रतिमा को दूध पिलाती महिलाएं।नंदी प्रतिमा को पानी पिलाती महिलाएं।मंदिर में उपस्थित महिलाएं।