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यहां बीच बाजार हो रहा लोगों की जिंदगी से खिलवाड़, पीलिया के मरीजों को अंधविश्वास की माला पहनाकर स्वस्थ करने का दावा

locationबांसवाड़ाPublished: Aug 19, 2019 01:31:50 pm

Submitted by:

Varun Bhatt

Piliya Ki Mala : पीलिया के मरीजों को पहनाई जा रही ढोंग की माला, कुशलगढ़ कस्बे में ही जमाए हैं डेरा

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यहां बीच बाजार हो रहा लोगों की जिंदगी से खिलवाड़, पीलिया के मरीजों को अंधविश्वास की माला पहनाकर स्वस्थ करने का दावा

बांसवाड़ा/कुशलगढ़. एक ओर जहां मेडिकल साइंस ज्वॉइंडिश (पीलिया) सरीखे मर्ज को गंभीरता से लेने की बात कहता है बीमार को तमाम हिदायत भी देता है। वहीं, कुछ लोग खुद की जेब भरने के लिए माला पहनाकर पीलिया रोग ठीक करने के नाम पर लोगों की सेहत से खेल रहे हैं। जिले के कुशलगढ में एक शख्स पिछले कई वर्षों से मालाएं बचेकर रोगियों के साथ खिलवाड़ कर रहा है। हैरत की बात तो यह है इसके झांसे में शिक्षित वर्ग के लोग भी आ रहे हैं। लेकिन जिम्मेदार प्रशासन मूकदर्शक बनकर सब कुछ होते देख भर रहा है। पत्रिका टीम ने पड़ताल की तो हकीकत ऐसी सामने आई। पेश है रिपोर्ट –
माला बढ़े तो समझो पीलिया ठीक हो रहा है
कस्बे में माला बेचने वाला ये व्यक्ति माला के जरिए पीलिया ठीक करने का दावा करता है। वो बताता है कि माला पहनने के बाद माला बढऩे का मतलब है कि पीलिया ठीक हो रहा है। उसका कहना है कि माला पहनने के दूसरे दिन से ही माला बढऩा शुरू हो जाती है।
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एक माला 50 रुपए की, दिन में बेच देता है 40
मामला बेचने वाला यह शख्स सुबह तकरीबन 8 बजे अपने नियत स्थान पर आ जाता है और शाम 4 बजे तक बैठता है। इस दौरान वो 50 रुपए प्रति माला की दर से दिन में तकरीबन 30 से 40 माला बेच देता है।
लम्बे समय से जारी है ढोंग
पड़ताल में कई क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि उक्त व्यक्ति पिछले कई वर्षों से यहां पर बैठ माला बेचने का कार्य करता है। शिक्षित वर्ग भी इसके झांसे में आ कर माला खरीदता है। खरीदार के सामने ही माला को धुआं लगाकर देता है।

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