माला बढ़े तो समझो पीलिया ठीक हो रहा है
कस्बे में माला बेचने वाला ये व्यक्ति माला के जरिए पीलिया ठीक करने का दावा करता है। वो बताता है कि माला पहनने के बाद माला बढऩे का मतलब है कि पीलिया ठीक हो रहा है। उसका कहना है कि माला पहनने के दूसरे दिन से ही माला बढऩा शुरू हो जाती है।
कस्बे में माला बेचने वाला ये व्यक्ति माला के जरिए पीलिया ठीक करने का दावा करता है। वो बताता है कि माला पहनने के बाद माला बढऩे का मतलब है कि पीलिया ठीक हो रहा है। उसका कहना है कि माला पहनने के दूसरे दिन से ही माला बढऩा शुरू हो जाती है।
बांसवाड़ा में भोपों के ढोंग की खुली पोल : हैण्डपंप का पानी शरीर पर छिडक़ा, धागा बांधा और उतर गया कोबरा सांप का जहर एक माला 50 रुपए की, दिन में बेच देता है 40
मामला बेचने वाला यह शख्स सुबह तकरीबन 8 बजे अपने नियत स्थान पर आ जाता है और शाम 4 बजे तक बैठता है। इस दौरान वो 50 रुपए प्रति माला की दर से दिन में तकरीबन 30 से 40 माला बेच देता है।
मामला बेचने वाला यह शख्स सुबह तकरीबन 8 बजे अपने नियत स्थान पर आ जाता है और शाम 4 बजे तक बैठता है। इस दौरान वो 50 रुपए प्रति माला की दर से दिन में तकरीबन 30 से 40 माला बेच देता है।
लम्बे समय से जारी है ढोंग
पड़ताल में कई क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि उक्त व्यक्ति पिछले कई वर्षों से यहां पर बैठ माला बेचने का कार्य करता है। शिक्षित वर्ग भी इसके झांसे में आ कर माला खरीदता है। खरीदार के सामने ही माला को धुआं लगाकर देता है।
पड़ताल में कई क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि उक्त व्यक्ति पिछले कई वर्षों से यहां पर बैठ माला बेचने का कार्य करता है। शिक्षित वर्ग भी इसके झांसे में आ कर माला खरीदता है। खरीदार के सामने ही माला को धुआं लगाकर देता है।