बांसवाड़ा. जिले में नाजायज तरीके से बजरी का खनन और कारोबार जोर पकड़ रहा है। इसकी भनक पर गढ़ी क्षेत्र में प्रशासन और पुलिस ने कडाणा बैकवाटर और माही नदी के किनारे रविवार को धरपकड़ की साझा कार्रवाई की। इस दौरान बजरी निकासी के संसाधनों के साथ भंडारण स्थल से 45 टन बजरी, तीन नावें और बजरी से लदे दो डम्पर जब्त किए गए। उपखंड अधिकारी हनुमानसिंह राठौड़ गढ़ी और पुलिस उप अधीक्षक, बांसवाड़ा सूर्यवीरसिंह राठौड़ के नेतृत्व में अरथूना थानाधिकारी प्रवीणसिंह की टीम ने सुबह अरथूना क्षेत्र के कुंवालिया गांव में पहुंचकर टोह ली। डीएसपी ने बताया कि माही नदी के किनारे अरथूना निवासी बरकत खान की ओर से किया अवैध बजरी का भण्डारण मिला। कडाणा के बैकवाटर-माही नदी से निकाली करीब 120 टन बजरी का स्टॉक कब्जे में लिया। इसी बीच, टीम को सूचना मिली कि कुंवालिया के बाहर मंदिर से आगे सरकारी जमीन पर भी अवैध बजरी का भंडारण किया हुआ है। टीम पहुंची तो मंदिर से आगे पहाड़ी पर करीब 320 टन अवैध बजरी का भंडारण मिला। पूछताछ में यह माल कुंवालिया निवासी नटवर पाटीदार का होना बताया। इसे भी जब्त किया गया। इसके दीगर कुंवालिया में ही माही नदी के किनारे सेक्शन पंप लगाकर बजरी निकासी करने एवं भंडारण की जानकारी पर टीम पहुंची। यहां खनन विभाग की टीम भी बुलाई गई। टीम ने मौके से करीब 25 टन बजरी एवं 3 नावों को कब्जे में लिया। यह भंडारण एवं नावें कुंवालिया गांव के ही वेलजी पाटीदार की होने की जानकारी मिली। टीम ने अवैध बजरी से भरे 2 डम्पर जब्त कर अरथूना थाना परिसर में खडे करवाए। बाद में इन्हें खनन विभाग को टीम को अग्रिम कार्रवाई के लिए सौंपा। रातोंरात निकासी, मौका पाते ही भरवाकर रवानगी सूत्रों ने बताया कि कुंवानिया में कुछ लोग बजरी खनन पर ही निर्भर रहे हैं। यहां नावों पर सेक्शन पंप लगाकर पाइप लाइन से पानी के साथ किनारे रात में निकासी की जाती है, फिर पानी बह निकलने पर बजरी के ढेर डंपरों में लोड कर रवाना किए जाते रहे हैं। पहले भी की कार्रवाइयां अवैध बजरी खनन को लेकर पूर्व में भी प्रशासन और पुलिस ने सक्रियता दिखाई थी, लेकिन खनन विभाग पस्त पड़ गया। हालात यह रहे कि मौके से जो नावें बरामद की गई थीं, वे उठवाई तक नहीं जा सकीं। मामला ठंडा होते ही खननकर्ता फिर सक्रिय हो गए। इस बार गढ़ी के उपखंड प्रशासन ने सतर्कता बढ़ाई है, जिससे आगे रोकथाम के आसार हैं।बांसवाड़ा. जिले में नाजायज तरीके से बजरी का खनन और कारोबार जोर पकड़ रहा है। इसकी भनक पर गढ़ी क्षेत्र में प्रशासन और पुलिस ने कडाणा बैकवाटर और माही नदी के किनारे रविवार को धरपकड़ की साझा कार्रवाई की। इस दौरान बजरी निकासी के संसाधनों के साथ भंडारण स्थल से 45 टन बजरी, तीन नावें और बजरी से लदे दो डम्पर जब्त किए गए। उपखंड अधिकारी हनुमानसिंह राठौड़ गढ़ी और पुलिस उप अधीक्षक, बांसवाड़ा सूर्यवीरसिंह राठौड़ के नेतृत्व में अरथूना थानाधिकारी प्रवीणसिंह की टीम ने सुबह अरथूना क्षेत्र के कुंवालिया गांव में पहुंचकर टोह ली। डीएसपी ने बताया कि माही नदी के किनारे अरथूना निवासी बरकत खान की ओर से किया अवैध बजरी का भण्डारण मिला। कडाणा के बैकवाटर-माही नदी से निकाली करीब 120 टन बजरी का स्टॉक कब्जे में लिया। इसी बीच, टीम को सूचना मिली कि कुंवालिया के बाहर मंदिर से आगे सरकारी जमीन पर भी अवैध बजरी का भंडारण किया हुआ है। टीम पहुंची तो मंदिर से आगे पहाड़ी पर करीब 320 टन अवैध बजरी का भंडारण मिला। पूछताछ में यह माल कुंवालिया निवासी नटवर पाटीदार का होना बताया। इसे भी जब्त किया गया। इसके दीगर कुंवालिया में ही माही नदी के किनारे सेक्शन पंप लगाकर बजरी निकासी करने एवं भंडारण की जानकारी पर टीम पहुंची। यहां खनन विभाग की टीम भी बुलाई गई। टीम ने मौके से करीब 25 टन बजरी एवं 3 नावों को कब्जे में लिया। यह भंडारण एवं नावें कुंवालिया गांव के ही वेलजी पाटीदार की होने की जानकारी मिली। टीम ने अवैध बजरी से भरे 2 डम्पर जब्त कर अरथूना थाना परिसर में खडे करवाए। बाद में इन्हें खनन विभाग को टीम को अग्रिम कार्रवाई के लिए सौंपा। रातोंरात निकासी, मौका पाते ही भरवाकर रवानगी सूत्रों ने बताया कि कुंवानिया में कुछ लोग बजरी खनन पर ही निर्भर रहे हैं। यहां नावों पर सेक्शन पंप लगाकर पाइप लाइन से पानी के साथ किनारे रात में निकासी की जाती है, फिर पानी बह निकलने पर बजरी के ढेर डंपरों में लोड कर रवाना किए जाते रहे हैं। पहले भी की कार्रवाइयां अवैध बजरी खनन को लेकर पूर्व में भी प्रशासन और पुलिस ने सक्रियता दिखाई थी, लेकिन खनन विभाग पस्त पड़ गया। हालात यह रहे कि मौके से जो नावें बरामद की गई थीं, वे उठवाई तक नहीं जा सकीं। मामला ठंडा होते ही खननकर्ता फिर सक्रिय हो गए। इस बार गढ़ी के उपखंड प्रशासन ने सतर्कता बढ़ाई है, जिससे आगे रोकथाम के आसार हैं।बांसवाड़ा. जिले में नाजायज तरीके से बजरी का खनन और कारोबार जोर पकड़ रहा है। इसकी भनक पर गढ़ी क्षेत्र में प्रशासन और पुलिस ने कडाणा बैकवाटर और माही नदी के किनारे रविवार को धरपकड़ की साझा कार्रवाई की। इस दौरान बजरी निकासी के संसाधनों के साथ भंडारण स्थल से 45 टन बजरी, तीन नावें और बजरी से लदे दो डम्पर जब्त किए गए। उपखंड अधिकारी हनुमानसिंह राठौड़ गढ़ी और पुलिस उप अधीक्षक, बांसवाड़ा सूर्यवीरसिंह राठौड़ के नेतृत्व में अरथूना थानाधिकारी प्रवीणसिंह की टीम ने सुबह अरथूना क्षेत्र के कुंवालिया गांव में पहुंचकर टोह ली। डीएसपी ने बताया कि माही नदी के किनारे अरथूना निवासी बरकत खान की ओर से किया अवैध बजरी का भण्डारण मिला। कडाणा के बैकवाटर-माही नदी से निकाली करीब 120 टन बजरी का स्टॉक कब्जे में लिया। इसी बीच, टीम को सूचना मिली कि कुंवालिया के बाहर मंदिर से आगे सरकारी जमीन पर भी अवैध बजरी का भंडारण किया हुआ है। टीम पहुंची तो मंदिर से आगे पहाड़ी पर करीब 320 टन अवैध बजरी का भंडारण मिला। पूछताछ में यह माल कुंवालिया निवासी नटवर पाटीदार का होना बताया। इसे भी जब्त किया गया। इसके दीगर कुंवालिया में ही माही नदी के किनारे सेक्शन पंप लगाकर बजरी निकासी करने एवं भंडारण की जानकारी पर टीम पहुंची। यहां खनन विभाग की टीम भी बुलाई गई। टीम ने मौके से करीब 25 टन बजरी एवं 3 नावों को कब्जे में लिया। यह भंडारण एवं नावें कुंवालिया गांव के ही वेलजी पाटीदार की होने की जानकारी मिली। टीम ने अवैध बजरी से भरे 2 डम्पर जब्त कर अरथूना थाना परिसर में खडे करवाए। बाद में इन्हें खनन विभाग को टीम को अग्रिम कार्रवाई के लिए सौंपा। रातोंरात निकासी, मौका पाते ही भरवाकर रवानगी सूत्रों ने बताया कि कुंवानिया में कुछ लोग बजरी खनन पर ही निर्भर रहे हैं। यहां नावों पर सेक्शन पंप लगाकर पाइप लाइन से पानी के साथ किनारे रात में निकासी की जाती है, फिर पानी बह निकलने पर बजरी के ढेर डंपरों में लोड कर रवाना किए जाते रहे हैं। पहले भी की कार्रवाइयां अवैध बजरी खनन को लेकर पूर्व में भी प्रशासन और पुलिस ने सक्रियता दिखाई थी, लेकिन खनन विभाग पस्त पड़ गया। हालात यह रहे कि मौके से जो नावें बरामद की गई थीं, वे उठवाई तक नहीं जा सकीं। मामला ठंडा होते ही खननकर्ता फिर सक्रिय हो गए। इस बार गढ़ी के उपखंड प्रशासन ने सतर्कता बढ़ाई है, जिससे आगे रोकथाम के आसार हैं।बांसवाड़ा. जिले में नाजायज तरीके से बजरी का खनन और कारोबार जोर पकड़ रहा है। इसकी भनक पर गढ़ी क्षेत्र में प्रशासन और पुलिस ने कडाणा बैकवाटर और माही नदी के किनारे रविवार को धरपकड़ की साझा कार्रवाई की। इस दौरान बजरी निकासी के संसाधनों के साथ भंडारण स्थल से 45 टन बजरी, तीन नावें और बजरी से लदे दो डम्पर जब्त किए गए। उपखंड अधिकारी हनुमानसिंह राठौड़ गढ़ी और पुलिस उप अधीक्षक, बांसवाड़ा सूर्यवीरसिंह राठौड़ के नेतृत्व में अरथूना थानाधिकारी प्रवीणसिंह की टीम ने सुबह अरथूना क्षेत्र के कुंवालिया गांव में पहुंचकर टोह ली। डीएसपी ने बताया कि माही नदी के किनारे अरथूना निवासी बरकत खान की ओर से किया अवैध बजरी का भण्डारण मिला। कडाणा के बैकवाटर-माही नदी से निकाली करीब 120 टन बजरी का स्टॉक कब्जे में लिया। इसी बीच, टीम को सूचना मिली कि कुंवालिया के बाहर मंदिर से आगे सरकारी जमीन पर भी अवैध बजरी का भंडारण किया हुआ है। टीम पहुंची तो मंदिर से आगे पहाड़ी पर करीब 320 टन अवैध बजरी का भंडारण मिला। पूछताछ में यह माल कुंवालिया निवासी नटवर पाटीदार का होना बताया। इसे भी जब्त किया गया। इसके दीगर कुंवालिया में ही माही नदी के किनारे सेक्शन पंप लगाकर बजरी निकासी करने एवं भंडारण की जानकारी पर टीम पहुंची। यहां खनन विभाग की टीम भी बुलाई गई। टीम ने मौके से करीब 25 टन बजरी एवं 3 नावों को कब्जे में लिया। यह भंडारण एवं नावें कुंवालिया गांव के ही वेलजी पाटीदार की होने की जानकारी मिली। टीम ने अवैध बजरी से भरे 2 डम्पर जब्त कर अरथूना थाना परिसर में खडे करवाए। बाद में इन्हें खनन विभाग को टीम को अग्रिम कार्रवाई के लिए सौंपा। रातोंरात निकासी, मौका पाते ही भरवाकर रवानगी सूत्रों ने बताया कि कुंवानिया में कुछ लोग बजरी खनन पर ही निर्भर रहे हैं। यहां नावों पर सेक्शन पंप लगाकर पाइप लाइन से पानी के साथ किनारे रात में निकासी की जाती है, फिर पानी बह निकलने पर बजरी के ढेर डंपरों में लोड कर रवाना किए जाते रहे हैं। पहले भी की कार्रवाइयां अवैध बजरी खनन को लेकर पूर्व में भी प्रशासन और पुलिस ने सक्रियता दिखाई थी, लेकिन खनन विभाग पस्त पड़ गया। हालात यह रहे कि मौके से जो नावें बरामद की गई थीं, वे उठवाई तक नहीं जा सकीं। मामला ठंडा होते ही खननकर्ता फिर सक्रिय हो गए। इस बार गढ़ी के उपखंड प्रशासन ने सतर्कता बढ़ाई है, जिससे आगे रोकथाम के आसार हैं।
बांसवाड़ा. जिले में नाजायज तरीके से बजरी का खनन और कारोबार जोर पकड़ रहा है। इसकी भनक पर गढ़ी क्षेत्र में प्रशासन और पुलिस ने कडाणा बैकवाटर और माही नदी के किनारे रविवार को धरपकड़ की साझा कार्रवाई की। इस दौरान बजरी निकासी के संसाधनों के साथ भंडारण स्थल से 45 टन बजरी, तीन नावें और बजरी से लदे दो डम्पर जब्त किए गए। उपखंड अधिकारी हनुमानसिंह राठौड़ गढ़ी और पुलिस उप अधीक्षक, बांसवाड़ा सूर्यवीरसिंह राठौड़ के नेतृत्व में अरथूना थानाधिकारी प्रवीणसिंह की टीम ने सुबह अरथूना क्षेत्र के कुंवालिया गांव में पहुंचकर टोह ली। डीएसपी ने बताया कि माही नदी के किनारे अरथूना निवासी बरकत खान की ओर से किया अवैध बजरी का भण्डारण मिला। कडाणा के बैकवाटर-माही नदी से निकाली करीब 120 टन बजरी का स्टॉक कब्जे में लिया। इसी बीच, टीम को सूचना मिली कि कुंवालिया के बाहर मंदिर से आगे सरकारी जमीन पर भी अवैध बजरी का भंडारण किया हुआ है। टीम पहुंची तो मंदिर से आगे पहाड़ी पर करीब 320 टन अवैध बजरी का भंडारण मिला। पूछताछ में यह माल कुंवालिया निवासी नटवर पाटीदार का होना बताया। इसे भी जब्त किया गया। इसके दीगर कुंवालिया में ही माही नदी के किनारे सेक्शन पंप लगाकर बजरी निकासी करने एवं भंडारण की जानकारी पर टीम पहुंची। यहां खनन विभाग की टीम भी बुलाई गई। टीम ने मौके से करीब 25 टन बजरी एवं 3 नावों को कब्जे में लिया। यह भंडारण एवं नावें कुंवालिया गांव के ही वेलजी पाटीदार की होने की जानकारी मिली। टीम ने अवैध बजरी से भरे 2 डम्पर जब्त कर अरथूना थाना परिसर में खडे करवाए। बाद में इन्हें खनन विभाग को टीम को अग्रिम कार्रवाई के लिए सौंपा। रातोंरात निकासी, मौका पाते ही भरवाकर रवानगी सूत्रों ने बताया कि कुंवानिया में कुछ लोग बजरी खनन पर ही निर्भर रहे हैं। यहां नावों पर सेक्शन पंप लगाकर पाइप लाइन से पानी के साथ किनारे रात में निकासी की जाती है, फिर पानी बह निकलने पर बजरी के ढेर डंपरों में लोड कर रवाना किए जाते रहे हैं। पहले भी की कार्रवाइयां अवैध बजरी खनन को लेकर पूर्व में भी प्रशासन और पुलिस ने सक्रियता दिखाई थी, लेकिन खनन विभाग पस्त पड़ गया। हालात यह रहे कि मौके से जो नावें बरामद की गई थीं, वे उठवाई तक नहीं जा सकीं। मामला ठंडा होते ही खननकर्ता फिर सक्रिय हो गए। इस बार गढ़ी के उपखंड प्रशासन ने सतर्कता बढ़ाई है, जिससे आगे रोकथाम के आसार हैं।बांसवाड़ा. जिले में नाजायज तरीके से बजरी का खनन और कारोबार जोर पकड़ रहा है। इसकी भनक पर गढ़ी क्षेत्र में प्रशासन और पुलिस ने कडाणा बैकवाटर और माही नदी के किनारे रविवार को धरपकड़ की साझा कार्रवाई की। इस दौरान बजरी निकासी के संसाधनों के साथ भंडारण स्थल से 45 टन बजरी, तीन नावें और बजरी से लदे दो डम्पर जब्त किए गए। उपखंड अधिकारी हनुमानसिंह राठौड़ गढ़ी और पुलिस उप अधीक्षक, बांसवाड़ा सूर्यवीरसिंह राठौड़ के नेतृत्व में अरथूना थानाधिकारी प्रवीणसिंह की टीम ने सुबह अरथूना क्षेत्र के कुंवालिया गांव में पहुंचकर टोह ली। डीएसपी ने बताया कि माही नदी के किनारे अरथूना निवासी बरकत खान की ओर से किया अवैध बजरी का भण्डारण मिला। कडाणा के बैकवाटर-माही नदी से निकाली करीब 120 टन बजरी का स्टॉक कब्जे में लिया। इसी बीच, टीम को सूचना मिली कि कुंवालिया के बाहर मंदिर से आगे सरकारी जमीन पर भी अवैध बजरी का भंडारण किया हुआ है। टीम पहुंची तो मंदिर से आगे पहाड़ी पर करीब 320 टन अवैध बजरी का भंडारण मिला। पूछताछ में यह माल कुंवालिया निवासी नटवर पाटीदार का होना बताया। इसे भी जब्त किया गया। इसके दीगर कुंवालिया में ही माही नदी के किनारे सेक्शन पंप लगाकर बजरी निकासी करने एवं भंडारण की जानकारी पर टीम पहुंची। यहां खनन विभाग की टीम भी बुलाई गई। टीम ने मौके से करीब 25 टन बजरी एवं 3 नावों को कब्जे में लिया। यह भंडारण एवं नावें कुंवालिया गांव के ही वेलजी पाटीदार की होने की जानकारी मिली। टीम ने अवैध बजरी से भरे 2 डम्पर जब्त कर अरथूना थाना परिसर में खडे करवाए। बाद में इन्हें खनन विभाग को टीम को अग्रिम कार्रवाई के लिए सौंपा। रातोंरात निकासी, मौका पाते ही भरवाकर रवानगी सूत्रों ने बताया कि कुंवानिया में कुछ लोग बजरी खनन पर ही निर्भर रहे हैं। यहां नावों पर सेक्शन पंप लगाकर पाइप लाइन से पानी के साथ किनारे रात में निकासी की जाती है, फिर पानी बह निकलने पर बजरी के ढेर डंपरों में लोड कर रवाना किए जाते रहे हैं। पहले भी की कार्रवाइयां अवैध बजरी खनन को लेकर पूर्व में भी प्रशासन और पुलिस ने सक्रियता दिखाई थी, लेकिन खनन विभाग पस्त पड़ गया। हालात यह रहे कि मौके से जो नावें बरामद की गई थीं, वे उठवाई तक नहीं जा सकीं। मामला ठंडा होते ही खननकर्ता फिर सक्रिय हो गए। इस बार गढ़ी के उपखंड प्रशासन ने सतर्कता बढ़ाई है, जिससे आगे रोकथाम के आसार हैं।बांसवाड़ा. जिले में नाजायज तरीके से बजरी का खनन और कारोबार जोर पकड़ रहा है। इसकी भनक पर गढ़ी क्षेत्र में प्रशासन और पुलिस ने कडाणा बैकवाटर और माही नदी के किनारे रविवार को धरपकड़ की साझा कार्रवाई की। इस दौरान बजरी निकासी के संसाधनों के साथ भंडारण स्थल से 45 टन बजरी, तीन नावें और बजरी से लदे दो डम्पर जब्त किए गए। उपखंड अधिकारी हनुमानसिंह राठौड़ गढ़ी और पुलिस उप अधीक्षक, बांसवाड़ा सूर्यवीरसिंह राठौड़ के नेतृत्व में अरथूना थानाधिकारी प्रवीणसिंह की टीम ने सुबह अरथूना क्षेत्र के कुंवालिया गांव में पहुंचकर टोह ली। डीएसपी ने बताया कि माही नदी के किनारे अरथूना निवासी बरकत खान की ओर से किया अवैध बजरी का भण्डारण मिला। कडाणा के बैकवाटर-माही नदी से निकाली करीब 120 टन बजरी का स्टॉक कब्जे में लिया। इसी बीच, टीम को सूचना मिली कि कुंवालिया के बाहर मंदिर से आगे सरकारी जमीन पर भी अवैध बजरी का भंडारण किया हुआ है। टीम पहुंची तो मंदिर से आगे पहाड़ी पर करीब 320 टन अवैध बजरी का भंडारण मिला। पूछताछ में यह माल कुंवालिया निवासी नटवर पाटीदार का होना बताया। इसे भी जब्त किया गया। इसके दीगर कुंवालिया में ही माही नदी के किनारे सेक्शन पंप लगाकर बजरी निकासी करने एवं भंडारण की जानकारी पर टीम पहुंची। यहां खनन विभाग की टीम भी बुलाई गई। टीम ने मौके से करीब 25 टन बजरी एवं 3 नावों को कब्जे में लिया। यह भंडारण एवं नावें कुंवालिया गांव के ही वेलजी पाटीदार की होने की जानकारी मिली। टीम ने अवैध बजरी से भरे 2 डम्पर जब्त कर अरथूना थाना परिसर में खडे करवाए। बाद में इन्हें खनन विभाग को टीम को अग्रिम कार्रवाई के लिए सौंपा। रातोंरात निकासी, मौका पाते ही भरवाकर रवानगी सूत्रों ने बताया कि कुंवानिया में कुछ लोग बजरी खनन पर ही निर्भर रहे हैं। यहां नावों पर सेक्शन पंप लगाकर पाइप लाइन से पानी के साथ किनारे रात में निकासी की जाती है, फिर पानी बह निकलने पर बजरी के ढेर डंपरों में लोड कर रवाना किए जाते रहे हैं। पहले भी की कार्रवाइयां अवैध बजरी खनन को लेकर पूर्व में भी प्रशासन और पुलिस ने सक्रियता दिखाई थी, लेकिन खनन विभाग पस्त पड़ गया। हालात यह रहे कि मौके से जो नावें बरामद की गई थीं, वे उठवाई तक नहीं जा सकीं। मामला ठंडा होते ही खननकर्ता फिर सक्रिय हो गए। इस बार गढ़ी के उपखंड प्रशासन ने सतर्कता बढ़ाई है, जिससे आगे रोकथाम के आसार हैं।बांसवाड़ा. जिले में नाजायज तरीके से बजरी का खनन और कारोबार जोर पकड़ रहा है। इसकी भनक पर गढ़ी क्षेत्र में प्रशासन और पुलिस ने कडाणा बैकवाटर और माही नदी के किनारे रविवार को धरपकड़ की साझा कार्रवाई की। इस दौरान बजरी निकासी के संसाधनों के साथ भंडारण स्थल से 45 टन बजरी, तीन नावें और बजरी से लदे दो डम्पर जब्त किए गए। उपखंड अधिकारी हनुमानसिंह राठौड़ गढ़ी और पुलिस उप अधीक्षक, बांसवाड़ा सूर्यवीरसिंह राठौड़ के नेतृत्व में अरथूना थानाधिकारी प्रवीणसिंह की टीम ने सुबह अरथूना क्षेत्र के कुंवालिया गांव में पहुंचकर टोह ली। डीएसपी ने बताया कि माही नदी के किनारे अरथूना निवासी बरकत खान की ओर से किया अवैध बजरी का भण्डारण मिला। कडाणा के बैकवाटर-माही नदी से निकाली करीब 120 टन बजरी का स्टॉक कब्जे में लिया। इसी बीच, टीम को सूचना मिली कि कुंवालिया के बाहर मंदिर से आगे सरकारी जमीन पर भी अवैध बजरी का भंडारण किया हुआ है। टीम पहुंची तो मंदिर से आगे पहाड़ी पर करीब 320 टन अवैध बजरी का भंडारण मिला। पूछताछ में यह माल कुंवालिया निवासी नटवर पाटीदार का होना बताया। इसे भी जब्त किया गया। इसके दीगर कुंवालिया में ही माही नदी के किनारे सेक्शन पंप लगाकर बजरी निकासी करने एवं भंडारण की जानकारी पर टीम पहुंची। यहां खनन विभाग की टीम भी बुलाई गई। टीम ने मौके से करीब 25 टन बजरी एवं 3 नावों को कब्जे में लिया। यह भंडारण एवं नावें कुंवालिया गांव के ही वेलजी पाटीदार की होने की जानकारी मिली। टीम ने अवैध बजरी से भरे 2 डम्पर जब्त कर अरथूना थाना परिसर में खडे करवाए। बाद में इन्हें खनन विभाग को टीम को अग्रिम कार्रवाई के लिए सौंपा। रातोंरात निकासी, मौका पाते ही भरवाकर रवानगी सूत्रों ने बताया कि कुंवानिया में कुछ लोग बजरी खनन पर ही निर्भर रहे हैं। यहां नावों पर सेक्शन पंप लगाकर पाइप लाइन से पानी के साथ किनारे रात में निकासी की जाती है, फिर पानी बह निकलने पर बजरी के ढेर डंपरों में लोड कर रवाना किए जाते रहे हैं। पहले भी की कार्रवाइयां अवैध बजरी खनन को लेकर पूर्व में भी प्रशासन और पुलिस ने सक्रियता दिखाई थी, लेकिन खनन विभाग पस्त पड़ गया। हालात यह रहे कि मौके से जो नावें बरामद की गई थीं, वे उठवाई तक नहीं जा सकीं। मामला ठंडा होते ही खननकर्ता फिर सक्रिय हो गए। इस बार गढ़ी के उपखंड प्रशासन ने सतर्कता बढ़ाई है, जिससे आगे रोकथाम के आसार हैं।