दौड़भाग हो गई शुरू गेमन पुल से बस नदी में गिरने की सूचना कंट्रोल रूम के माध्यम से विभिन्न विभागों तक पहुंचने के बाद विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने दौड़भाग शुरू कर दी। कई ने दूरभाष से भी एक-दूसरे से संपर्क के प्रयास किए। इसी बीच सोशल साइट्स पर भी बस गिरने का संदेश वायरल होने के बाद लोगों ने भी अपने-अपने स्तर पर इसकी सच्चााई जानने के प्रयास किए। जब ये हकीकत पता चली की ये तो प्रशासन ने मॉक ड्रील की थी तो लोगों ने राहत की सांस ली।
ये सबसे पहले पहुंचे
मॉक ड्रिल के हादसा स्थल पर कलक्टर-एसपी सबसे पहले पहुंचे। इसके बाद आंबापुरा थाना प्रभारी और पाड़ला चौकी के साथ राजस्थान पत्रिका की टीम भी पहुंची। वहीं घायलोंं को संभालने और उपचार के लिए ले जाने वाली 108 एम्बुलेंस के साथ ही कई महत्वपूर्ण विभागों के अधिकारी-कर्मचारी समय रहते नही पहुंचे।
आप भी एक घंटा देरी से बांसवाड़ा एसडीएम के एक घंटा देरी से पहुंचने पर कलक्टर ने कहा कि मैडम आप एक घंटा देरी से हो। इस पर एसडीएम ने कहा कि आपको पता है कि मैं अवकाश पर हूं इसके बाद भी यहां आई हूं? इस बात पर कलक्टर ने कहा कि इस तरह की स्थितियों पर आपकों तुरंत रिपोर्ट करनी चाहिए। इधर, इतने बड़े हादसे में बचाव के संसाधन भी मौके पर नजर नही आए।
यह रहा टाइमिंग
अधिकारी – आने का समय कलक्टर 9:47
एसपी – 9:47 आंबापुरा एसएचओ – 9:52
दमकल – 10:24 डॉक्टर पीएमओ -10:35
पीएचसी दानपुर – 10:40 108 बदरेल – 10:40
सरपंच नापला – 10:38
पुलिस जाप्ता – 10:22
दानपुर एसएचओ – 10:24 एसडीएम बांसवाड़ा – 10:44 यह दी थी सूचना मॉक ड्रील को लेकर पुलिस नियंत्रण कक्ष से रात में पुलिस अधिकारियों एवं जिम्मेदार अधिकारियों तक यह सूचना भिजवाई गई कि सवारियों से भरी बस बांसवाड़ा से रतलाम की तरफ जा रही थी। जो गेमन पुल पर अनियंत्रित होने के बाद रेलिंग तोड़ते हुए सीधी माही नदी में गिर पड़ी है। इस हादसे में करीब दस-पन्द्रह लोगों के डूबने की आशंका है।
सिस्टम है चेक करने का मॉक ड्रील का आयोजन गेमन पुल पर प्रशासन व पुलिस की ओर किया गया है। इसमें अलग-अलग यूनिट सीविल डिफेंस, मेडिकल, पुलिस, नगरपरिषद सहित सभी विभागों की तैयारी देखी जाती है कि एेसा कोई इवेंट यदि वास्तव में होता है तो उनका रिसपोंस टाइम क्या रहता है। कुछ टाइम से रिसपोंस मिला है तो कुछ ने डीले किया है। जहां डीले है वहां सुचारू रूप से व्यवस्था करेंगे।
आशीष गुप्ता, जिला कलक्टर, बांसवाड़ा