यह हुआ घटनाक्रम
झारका गांव में पिछले दिनों एक युवक करगचिया गांव से किसी लडक़ी को भगा ले आया था। इसे लेकर दोनों पक्षों में भांजगड़ा चल रहा था। इसमें कथित अवरोध डालने पर एक पक्ष गांव के 52 वर्षीय नवजी बुझ से खफा था। उसे परे करने के लिए खमेरा थाने के कांस्टेबल रामलाल की मदद ली गई। रामलाल ने सोमवार दिन में नवजी के घर पर पहुंचकर परिजनों को धमकाया। रात करीब ग्यारह बजे वह अपने दो सार्थियों के साथ मोटर साइकिल पर आया और नवजी को घर से उठाया और मारपीट करते हुए बाणेशिया गांव में एक मकान पर ले गए। वहां उसे जूतों से पीटा। इस दौरान रामलाल ने नवजी को नहर में फेंकने की बात कही, लेकिन उसके साथियों ने यह कहकर रोका कि मार कर फेंक देंगे तो परेशानी बढ़ जाएगी, तुम्हारी नौकरी का सवाल है। इस पर कांस्टेबल ने नवजी को निर्वस्त्र कर फिर मारा और बदसलूकी करने की भी कोशिश की। साथियों के दोबारा टोकने पर कांस्टेबल शांत पड़ा और उसे थाने ले गए।
झारका गांव में पिछले दिनों एक युवक करगचिया गांव से किसी लडक़ी को भगा ले आया था। इसे लेकर दोनों पक्षों में भांजगड़ा चल रहा था। इसमें कथित अवरोध डालने पर एक पक्ष गांव के 52 वर्षीय नवजी बुझ से खफा था। उसे परे करने के लिए खमेरा थाने के कांस्टेबल रामलाल की मदद ली गई। रामलाल ने सोमवार दिन में नवजी के घर पर पहुंचकर परिजनों को धमकाया। रात करीब ग्यारह बजे वह अपने दो सार्थियों के साथ मोटर साइकिल पर आया और नवजी को घर से उठाया और मारपीट करते हुए बाणेशिया गांव में एक मकान पर ले गए। वहां उसे जूतों से पीटा। इस दौरान रामलाल ने नवजी को नहर में फेंकने की बात कही, लेकिन उसके साथियों ने यह कहकर रोका कि मार कर फेंक देंगे तो परेशानी बढ़ जाएगी, तुम्हारी नौकरी का सवाल है। इस पर कांस्टेबल ने नवजी को निर्वस्त्र कर फिर मारा और बदसलूकी करने की भी कोशिश की। साथियों के दोबारा टोकने पर कांस्टेबल शांत पड़ा और उसे थाने ले गए।
मुझे पता ही नहीं, बुरी हालत कर दी मेरी
अस्पताल में नवजी ने बताया कि लडक़ी भगाने की हरकत गांव के किसी लडक़े ने की। मामले की न मुझे कोई जानकारी है, न मैं भांजगड़े में शामिल हुआ। कांस्टेबल रामलाल को कई बार बताया, लेकिन वह नहीं माना और मारपीट कर हालत खराब कर दी। उसके साथी नहीं टोकते, तो वह कुछ भी कर देता।
अस्पताल में नवजी ने बताया कि लडक़ी भगाने की हरकत गांव के किसी लडक़े ने की। मामले की न मुझे कोई जानकारी है, न मैं भांजगड़े में शामिल हुआ। कांस्टेबल रामलाल को कई बार बताया, लेकिन वह नहीं माना और मारपीट कर हालत खराब कर दी। उसके साथी नहीं टोकते, तो वह कुछ भी कर देता।
पहले ही पहुंच गए थे परिजन, सुबह सांसद के दखल पर जागे अधिकारी
बाणेशिया से कांस्टेबल और उसके साथी जब नवजी को लेकर थाने पहुंचे, तो परिजन पहले ही मामले की जानकारी देकर मदद लेने पहुंच चुके थे। बाद में पुलिस ने नवजी को परिजनों को सौंपा। घर वापसी के बाद नवजी ने घटनाक्रम बताया, तो सुबह परिजनों ने सरपंच धूलजीभाई को घर बुलाकर हालात बताए। बाद में मामला सांसद मानशंकर निनामा तक पहुंचा तो उन्होंने थानाधिकारी से बात की। तब सही रिपोर्ट ली गई। बाद में नवजी को एमजी अस्पताल बांसवाड़ा ले जाकर भर्ती कराया।
बाणेशिया से कांस्टेबल और उसके साथी जब नवजी को लेकर थाने पहुंचे, तो परिजन पहले ही मामले की जानकारी देकर मदद लेने पहुंच चुके थे। बाद में पुलिस ने नवजी को परिजनों को सौंपा। घर वापसी के बाद नवजी ने घटनाक्रम बताया, तो सुबह परिजनों ने सरपंच धूलजीभाई को घर बुलाकर हालात बताए। बाद में मामला सांसद मानशंकर निनामा तक पहुंचा तो उन्होंने थानाधिकारी से बात की। तब सही रिपोर्ट ली गई। बाद में नवजी को एमजी अस्पताल बांसवाड़ा ले जाकर भर्ती कराया।
इनका कहना है
कांस्टेबल सोमवार को ड्यूटी से गैरहाजिर था। घटनाक्रम को लेकर नवजी की रिपोर्ट पर थानाधिकारी उदयसिंह को जांच सौंपी है। विभागीय जांच करवा रहे हैं। तब तक के लिए कांस्टेबल को लाइन में
भेजा है।
प्रवीण सुंडा, पुलिस उप अधीक्षक घाटोल
कांस्टेबल सोमवार को ड्यूटी से गैरहाजिर था। घटनाक्रम को लेकर नवजी की रिपोर्ट पर थानाधिकारी उदयसिंह को जांच सौंपी है। विभागीय जांच करवा रहे हैं। तब तक के लिए कांस्टेबल को लाइन में
भेजा है।
प्रवीण सुंडा, पुलिस उप अधीक्षक घाटोल
एसपी बोले
विभाग में बदमाशी किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं है। खमेरा थाने के कांस्टेबल रामलाल को शिकायतन तत्काल प्रभाव से हटाकर लाइन में भेज दिया है। विभागीय जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई करेंगे।
कालूराम रावत, पुलिस अधीक्षक बांसवाड़ा
विभाग में बदमाशी किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं है। खमेरा थाने के कांस्टेबल रामलाल को शिकायतन तत्काल प्रभाव से हटाकर लाइन में भेज दिया है। विभागीय जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई करेंगे।
कालूराम रावत, पुलिस अधीक्षक बांसवाड़ा