जांच टीम ने नामजद आरोपी तथा कुछ अन्य संदिग्ध व्यक्तियों को लाकर पूछताछ की। इससे जानकारी में आया कि तिहरे हत्याकांड के बाद लोहारिया क्षेत्र के खोडन निवासी एक व्यक्ति ने फोन पर पन्नालाल व उसके परिवार को देख लेने की धमकी दी थी। टीम ने इस पर गौर कर पड़ताल की तो मालूम हुआ कि सोमवार की वारदात से एक दिन पहले से तीन संदिग्ध घटनास्थल के आसपास घूमते देखे गए। फिर खोडन के दो युवकों की तलाश की गई तो वे इंद्रा कॉलोनी में पुलिस के हत्थे चढ़े। थाने लाकर पूछताछ करने पर उन्होंने पूर्व में हुई वारदात पर घटना के बदले की नियत से पिस्तौल से पन्ना को उड़ाना कबूल किया। पुलिस अब इन आरोपियों से वारदात की सिलसिलेवार तस्दीक करने और नियमानुसार गिरफ्तारी के साथ सहयोगी अपराधियों और वारदात में प्रयुक्त हथियार व वाहन बरामदगी के प्रयास में है।
पुलिस के मुताबिक गत 1 सितम्बर 2018 को पन्नालाल और उसके बेटों ने एमजी अस्पताल परिसर में शरीफ अहमद उसके पिता शब्बीर अहमद और भाई सईद अहमद की नृशंस हत्या हुई। मामले में पन्नालाल व उसके बेटे को गिरफ्तार किया था। बताया जाता है कि इसी दरम्यान खोडन के एक शख्स और पन्नालाल में भी किसी बात को लेकर अदावत हुई थी। तब उस शख्स ने पन्नालाल को धमकी भी दी। फिर गाहेबगाहे वही सामने आने पर पन्नालाल टोकता रहा, जिससे खुन्नस बढ़ गई। उधर, हिस्ट्रीशीटर फिरोज पीपा से पन्ना और उसके परिवार की जमीन विवाद को रंजिश जगजाहिर थी। इसका लाभ लेकर खोडन के मूल और यहां इंदिरा कॉलोनी में अपनी ससुराल के पास घर बनाकर रह रहे शख्स ने दोनों ने साथ मिलकर पन्नालाल की हत्या कर दी।
इधर, हत्याकांड को लेकर कथित रूप से सोमवार को पुलिस कार्रवाई में बाधा और फिर बंद के ऐलान पर पुलिस अब सख्त मिजाज में है। सीआई आंजना ने बताया कि 24 घंटे में केस का खुलासा हो गया है। शहर में धारा 144 के प्रावधान पहले से लागू है। लिहाजा अब किसी भी तरह की गैरकानूनी गतिविधि पर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।