मई 2016 में हुई थी चोरी
सूत्रों के अनुसार कोतवाली थाना इलाके के दाहोद रोड स्थित हीराबाग कॉलोनी निवासी रोहित राणा पुत्र देवेन्द्र कुमार राणा की एक मोटरसाइकिल आरजे 03 एसआर 7143 नंबर 12 मई 2016 को मोहन कॉलोनी घाटी से चोरी हो गई थी, जिसका चेचिस नंबर एमबीएलएचए10सीएएफएचके29020 तथा इंजिन नंबर एच10ईवाईएफएके59663 व मॉडल नंबर 26 नवंबर 2015 व रंग सिल्वर ब्लैक कलर रंग था। इसकी रिपोर्ट राणा ने 17 मई 2016 को दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया। काफी दिनों बाद जब पुलिस बाइक का पता नहीं लगा पाई तो परिवादी ने अंतिम रिपोर्ट के लिए 17 अगस्त 2016 को एक प्रार्थनापत्र कोतवाली थाने में प्रस्तुत किया। इसके कुछ दिनों बाद कोतवाली ने एफआर लगाकर अंतिम रिपोर्ट परिवादी को सौंप दी। इस रिपोर्ट के आधार पर परिवादी ने क्लेम पास करवा लिया।
सूत्रों के अनुसार कोतवाली थाना इलाके के दाहोद रोड स्थित हीराबाग कॉलोनी निवासी रोहित राणा पुत्र देवेन्द्र कुमार राणा की एक मोटरसाइकिल आरजे 03 एसआर 7143 नंबर 12 मई 2016 को मोहन कॉलोनी घाटी से चोरी हो गई थी, जिसका चेचिस नंबर एमबीएलएचए10सीएएफएचके29020 तथा इंजिन नंबर एच10ईवाईएफएके59663 व मॉडल नंबर 26 नवंबर 2015 व रंग सिल्वर ब्लैक कलर रंग था। इसकी रिपोर्ट राणा ने 17 मई 2016 को दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया। काफी दिनों बाद जब पुलिस बाइक का पता नहीं लगा पाई तो परिवादी ने अंतिम रिपोर्ट के लिए 17 अगस्त 2016 को एक प्रार्थनापत्र कोतवाली थाने में प्रस्तुत किया। इसके कुछ दिनों बाद कोतवाली ने एफआर लगाकर अंतिम रिपोर्ट परिवादी को सौंप दी। इस रिपोर्ट के आधार पर परिवादी ने क्लेम पास करवा लिया।
बाइक मिलने की जानकारी मिली थी
इस बाइक के मालिक रोहित ने बताया कि छह माह पूर्व उसे अखबार के माध्यम से पता लगा था कि उसकी चोरी हुई बाइक जब्त हुई है, लेकिन वह क्लेम उठा चुका था इसलिए बाइक से उसका लेना देना नहीं रह गया और वापस लेने की कोशिश नहीं की। करीब आठ माह पूर्व पुलिस ने अभियान चलाकर बड़े पैमाने पर मोटरसाइकिलें जब्त की थी। इनमें रोहित राणा की भी बाइक थी। बाइक कुछ माह तक तो थाने के परिसर में पड़ी रही। इसके बाद मालाखाना प्रभारी ने अपने रौब के बल पर मोटरसाइकिल को वहां से निकालकर अपने कब्जे में ले ली। उसने पहले तो उसका हुलिया बदलवाया। इसके बाद उस पर फर्जी नंबर आरजे03एसएम0-20 नंबर लिखकर दौड़ाना चालू कर दिया।
इस बाइक के मालिक रोहित ने बताया कि छह माह पूर्व उसे अखबार के माध्यम से पता लगा था कि उसकी चोरी हुई बाइक जब्त हुई है, लेकिन वह क्लेम उठा चुका था इसलिए बाइक से उसका लेना देना नहीं रह गया और वापस लेने की कोशिश नहीं की। करीब आठ माह पूर्व पुलिस ने अभियान चलाकर बड़े पैमाने पर मोटरसाइकिलें जब्त की थी। इनमें रोहित राणा की भी बाइक थी। बाइक कुछ माह तक तो थाने के परिसर में पड़ी रही। इसके बाद मालाखाना प्रभारी ने अपने रौब के बल पर मोटरसाइकिल को वहां से निकालकर अपने कब्जे में ले ली। उसने पहले तो उसका हुलिया बदलवाया। इसके बाद उस पर फर्जी नंबर आरजे03एसएम0-20 नंबर लिखकर दौड़ाना चालू कर दिया।
अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी
मामले की जानकारी नहीं है। वस्तुस्थिति का पता लगाकर कार्रवाई की जाएगी।
तेजस्विनी गौतम एसपी बांसवाड़ा
मामले की जानकारी नहीं है। वस्तुस्थिति का पता लगाकर कार्रवाई की जाएगी।
तेजस्विनी गौतम एसपी बांसवाड़ा