scriptगजब का सूचना तंत्र… डूंगरपुर के खीरखाईया में बाल विवाह होने के बाद रूकवाने पहुंची पुलिस ! | Police reached for prevention after child marriage in Kharkhaiya | Patrika News

गजब का सूचना तंत्र… डूंगरपुर के खीरखाईया में बाल विवाह होने के बाद रूकवाने पहुंची पुलिस !

locationबांसवाड़ाPublished: May 22, 2019 09:26:53 pm

Submitted by:

deendayal sharma

डूंगरपुर जिले के चौरासी विधानसभा के खीरखाइया गांव में बुधवार को बाल विवाह हुआ। विवाह होने के बाद पुलिस को सूचना मिली और पुलिस रूकवाने पहुंची, लेकिन तब तक विवाह हो चुका था।

banswara

गजब का सूचना तंत्र… डूंगरपुर के खीरखाईया में बाल विवाह होने के बाद रूकवाने पहुंची पुलिस !

बांसवाड़ा/डूंगरपुर. डूंगरपुर जिले के चौरासी विधानसभा के खीरखाइया गांव में बुधवार को बाल विवाह हुआ। विवाह होने के बाद पुलिस को सूचना मिली और पुलिस रूकवाने पहुंची, लेकिन तब तक विवाह हो चुका था।
सीमलवाड़ा उपखंड के धोधरा गांव के निकट खीरखाइया गांव में नाबालिग लडक़ी का विवाह हो रहा था। इस संबंध में सूचना पूर्व में ही आईसीडीएस को दे दी गई थी। यहां पर साकरसी ग्राम पंचायत के अलवर गांव से बारात आई थी। बुधवार दोपहर में धूमधाम से विवाह हुआ और बारात दुल्हन लेकर रवाना हो गई। इस बीच पुलिस को सूचना मिली तो मय जाप्ता पीठ-गलियाकोट मार्ग पर जाकर बारात की बस रूकवाई गई। सडक़ पर ही बारातियों से दूल्हे की उम्र को लेकर पूछताछ की गई। बाद में मौके पर पटवारी रीना डामोर, कांस्टेबल रमणलाल को शैक्षिक दस्तावेज की जांच के लिए भेजा गया। मामले में पटवारी रीना डामोर ने बताया कि मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक शादी हो चुकी थी और बारात रवाना हो गई। सूचना देरी से मिली। इस मामले में साक्ष्य जुटा रहे हैं। दस्तावेजों में उम्र कम मिली तो दोनों पक्षों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बिछीवाड़ा में माता-पिता को पाबंद किया
उधर, बिछीवाड़ा थाना क्षेत्र के कवालिया दरा बोर का पानी गांव में बाल विवाह 24 मई को प्रस्तावित था। इसके पहले ही पुलिस मौके पर पहुंची और माता पिता को पाबंद किया। एएसआई तेजसिंह ने बताया कि परिजनों को नोटिस देकर गुरुवार को थाने बुलाया है। यहां पर बारात दबाड़ा पहाड़ा थाना उदयपुर से आ रही थी। हालांकि परिजनों ने पुलिस के समक्ष इस बात का दावा किया है कि विवाह नहीं है, महज मांडवा और नोतरा का कार्यक्रम है। वहीं बताया जा रहा है कि पूर्व में लडक़ी भाग गई थी। इसके चलते केवल चढ़ावा का कार्यक्रम रखा हुआ है।
सीमलवाड़ा में पहले भी हो चुका है बाल विवाह
सीमलवाड़ा उपखंड में प्रशासनिक उदासीनता से बाल विवाह होने का यह दूसरा मामला है। पूर्व में भी तहसीलदार के निर्देशन में गई टीम मात्र राशन कार्ड के आधार पर दुल्हन को बालिग मान कर लौट आई थी, जबकि बाद में शैक्षिक दस्तावेजों से दुल्हन के नाबालिग होने की पुष्टि हुई थी। इस मामले में अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो