दूसरी ओर, परिजन अभी भी हत्या करने के अपने आरोप पर अडिग हैं। परिजनों का यही मानना है कि आसपुर निवासी यशप्रिया (२१) पुत्री यशवंत वैष्णव को पुलिस ने हैदराबाद से दस्तयाब करने के बाद हमें फोन पर सूचना दी। हैदराबाद से यशप्रिया को पुलिस यहां तक ले भी आई। इसके बाद अचानक आंबापुरा थाना इलाके के गेमनपुल पर एेसा क्या हुआ कि वह नदी में कूद गई? परिजनों के जहन में और भी कई सवाल हैं, जिनके जवाब अनुत्तरित हैं।
वक्त पर नहीं पहुंचे डॉक्टर, दोपहर में हो पाया पोस्टमार्टम
इससे पहले सुबह जिला मुख्यालय के महात्मा गांधी चिकित्सालय में मेडिकल बोर्ड का गठन तो कर दिया गया, लेकिन इसमें शामिल चिकित्सक समय पर नहीं पहुंचे। इसके चलते लंबे इंतजार के बाद दोपहर में बोर्ड से पोस्टमार्टम हो पाया। इसके बाद परिजनों ने बांसवाड़ा में ही अंतिम संस्कार कर दिया।
यह था मामला
इससे पहले सुबह जिला मुख्यालय के महात्मा गांधी चिकित्सालय में मेडिकल बोर्ड का गठन तो कर दिया गया, लेकिन इसमें शामिल चिकित्सक समय पर नहीं पहुंचे। इसके चलते लंबे इंतजार के बाद दोपहर में बोर्ड से पोस्टमार्टम हो पाया। इसके बाद परिजनों ने बांसवाड़ा में ही अंतिम संस्कार कर दिया।
यह था मामला
नवंबर में आसपुर इलाके से यशप्रिया वैष्णव अचानक लापता होने पर स्थानीय थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। उसके बाद लंबे समय तक पड़ताल के बाद चार दिन पहले पुलिस को युवती के हैदराबाद में होने का सुराग लगा, तो टीम भेजी गई। टीम यशप्रिया और तीन अन्य लोगों को लेकर सोमवार रात लौट रही थी। तभी रास्ते में गेमन पुल के पास पहुंचते-पहुंचते यशप्रिया ने उल्टी आने की शिकायत की। इस पर गाड़ी रोकी गई, तो यशप्रिया महिला कांस्टेबल को धक्का देकर पुल से माही नदी में कूद गई। फिर ४० घंटे बाद बुधवार को उसका शव आंबापुरा के पास बरामद हुआ।