हालात यह है कि चौमासे में सप्लाई में व्यवधान पर लगातार और तेज बारिश की आड़ थी ही, इसके बाद अब दीपावली रखरखाव के बहाने रोज बिजली काटी जा रही है। अक्टूबर महीने के पहले दस दिन ही लें, तो शहर में इनमें सात दिन घंटों तक शटडाउन लिए गए। इनमें घोषित अवधि तो थी ही, अघोषित का कोई ठिकाना ही नहीं था। निगम से बारिश से पहले भी रखरखाव के नाम पर ऐसा सिलसिला चला, लेकिन नतीजे में चौमासे में राहत नसीब नहीं हुई। अब दीपावली से पहले वही क्रम चल रहा है।
15 दिन में सुधारा ट्रांसफार्मर रखरखाव कार्यों की गति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कुशलबाग जीएसएस पर 22 सितंबर को 5 केवीए का ट्रांसफार्मर जल गया। तब से 15 दिन तक उस ट्रांसफार्मर को सुधारा नहीं जा सका और लोड डायवर्ट कर काम चलाया गया। नतीजा यह कि इस बीच नया फाल्ट आने पर बिजली बंद रही और लोग परेशान हुए, लेकिन अधिकारी वैकल्पिक इंतजाम जल्द करने में ढीले ही रहे।
आए दिन सप्लाई का संकट 1 अक्टूबर ठीकरिया जीएसएस और कॉलेज रोड से सटे इलाकों में 4 घंटे 2 अक्टूबर रोहिणीनगर जीएसएस से कई घंटों तक, ठीकरिया और अंबामाता फीडर से भी 5 घंटे
3 अक्टूबर कुशलबाग जीएसएस से 7 घंटे भीतरी शहर में, पुराना बस स्टैंड, कस्टम, राजतालाब क्षेत्रों में 4 घंटे 5 अक्टूबर रातीलाई, उदयपुर रोड, एमजी अस्पताल समेत कई इलाकों में सात घंटे 6 अक्टूबर मदारेश्वर जीएसएस से 12 बजे से 4 बजे तक
7 अक्टूबर रातीतलाई, रतलाम रोड, नई आबादी, सिंधी कॉलोनी, कलक्ट्री रोड 4 घंटे 9 अक्टूबर कुशलगढ़ जीएसएस से पूरे शहर में 12 से शाम 6 बजेदो कामचलाऊ बंदोबस्त दे रहे परेशानियां
निगम के सूत्र बताते हैं कि शहर के कई क्षेत्रों में लाइनें, पुराने ट्रांसफार्मर बेदम हो चुके हैं। इन्हें बदलने के बजाय गड़बड़ी पर कामचलाऊ सुधार किए जाते रहे हैं। इसके चलते बारिश और तीज-त्योहारों से पहले रखरखाव की जद्दोजहद बढ़ गई। अभी भी हालात काबू में नहीं है। इसके अलावा ठेके पर कामकाज भी चलताऊ होने से दिक्कतें बढ़ी हैं। मौजूदा हालात पर विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण अभियंता आरआर खटीक ने इतना ही कहा कि दीपावली पर रखरखाव का शिड्यूल तय है। त्योहार के पांच दिन पहले तक यह क्रम चलेगा।