विद्या के लिए : –
श्रीगुरु चरन सरोज रज
निज मनु मुकुरु सुधारि
बरनउँ रघुबर बिमल जसु
जो दायकु फल चारि
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार
बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार खुशहाली के लिए : –
सब सुख लहै तुम्हारी सरना
तुम रच्छक काहू को डर ना
श्रीगुरु चरन सरोज रज
निज मनु मुकुरु सुधारि
बरनउँ रघुबर बिमल जसु
जो दायकु फल चारि
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार
बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार खुशहाली के लिए : –
सब सुख लहै तुम्हारी सरना
तुम रच्छक काहू को डर ना
रोगमुक्ति के लिए : –
भूत पिसाच निकट नहिं आवै
महाबीर जब नाम सुनावै नासै रोग हरे सब पीरा
जपत निरन्तर हनुमत बीरा संकट मुक्ति के लिए : –
संकट तें हनुमान छुड़ावै
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै
भूत पिसाच निकट नहिं आवै
महाबीर जब नाम सुनावै नासै रोग हरे सब पीरा
जपत निरन्तर हनुमत बीरा संकट मुक्ति के लिए : –
संकट तें हनुमान छुड़ावै
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै
संकट कटै मिटै सब पीरा
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा सफलता के लिए : –
दुर्गम काज जगत के जेते
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते और मनोरथ जो कोई लावै
सोई अमित जीवन फल पावै प्रेम के लिए : –
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया
राम लखन सीता मन बसिया
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा सफलता के लिए : –
दुर्गम काज जगत के जेते
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते और मनोरथ जो कोई लावै
सोई अमित जीवन फल पावै प्रेम के लिए : –
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया
राम लखन सीता मन बसिया
धन के लिए : –
अष्टसिद्धि नौ निधि के दाता
असबर दीन जानकी माता
अष्टसिद्धि नौ निधि के दाता
असबर दीन जानकी माता