राजस्थान का रण : बेणेश्वर धाम से बोले प्रधानमंत्री- कांग्रेस ने कभी आदिवासियों की परवाह नहीं की, भाजपा ने अलग मंत्रालय बनवाया भारत माता की जय से शुरू हुआ भाषण
भारत माता की जय के साथ भाषण शुरू करते हुए प्रधानमंत्री ने मावजी महाराज का नाम भी लिया। पीएम ने आदिवासियों को संबोधित करते हुए चुनावी गर्मी के बीच इतनी भारी संख्या में पहुंचने के लिए धन्यवाद दिया। पीएम ने कहा कि आपने जो प्यार दिया है उसे ब्याज सहित लौटाऊंगा। मोदी ने वागड़ की धरती को शौर्यपूर्ण गौरव की प्रेरणा स्थली बताया और आदिवासियों के बलिदान को याद किया। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस ने आदिवासियों की कभी परवाह नहीं की। अटलजी ने आदिवासियों के लिए पहली बार अलग मंत्रालय बनाया था। साथ ही सडक़, पानी, बिजली की मूलभूत सुविधाओं को पर भी बात कही। भाषण में प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की पिछली सरकारों पर भी निशाना साधा और हरिदेव जोशी, मोहनलाल सुखाडिय़ा सहित कई लोगों को नाम लेते हुए कहा कि कांग्रेस में भी कई लोग पैदा हुए थे जो प्रधानमंत्री बन सकते थे लेकिन कांग्रेस का उसूल है कि पहले नामदार, फिर परिवार, फिर जातिवाद और उसके बाद में देश याद आता है। कांग्रेस फैमिली फस्र्ट, पीपल लास्ट के सिद्धांत पर काम करती है। गौरतलब है कि इस अंचल में बेणेश्वर राजस्थान, पश्चिमी मध्यप्रदेश और उत्तरी गुजरात के आदिवासियों की आस्था का प्रमुख धाम है और विधानसभा चुनाव की सभा के बहाने उन्होंने 2019 मेें लोकसभा चुनाव पर तीनों राज्यों के मतदाताओं का मानस टटोलने का प्रयास भी किया।
भारत माता की जय के साथ भाषण शुरू करते हुए प्रधानमंत्री ने मावजी महाराज का नाम भी लिया। पीएम ने आदिवासियों को संबोधित करते हुए चुनावी गर्मी के बीच इतनी भारी संख्या में पहुंचने के लिए धन्यवाद दिया। पीएम ने कहा कि आपने जो प्यार दिया है उसे ब्याज सहित लौटाऊंगा। मोदी ने वागड़ की धरती को शौर्यपूर्ण गौरव की प्रेरणा स्थली बताया और आदिवासियों के बलिदान को याद किया। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस ने आदिवासियों की कभी परवाह नहीं की। अटलजी ने आदिवासियों के लिए पहली बार अलग मंत्रालय बनाया था। साथ ही सडक़, पानी, बिजली की मूलभूत सुविधाओं को पर भी बात कही। भाषण में प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की पिछली सरकारों पर भी निशाना साधा और हरिदेव जोशी, मोहनलाल सुखाडिय़ा सहित कई लोगों को नाम लेते हुए कहा कि कांग्रेस में भी कई लोग पैदा हुए थे जो प्रधानमंत्री बन सकते थे लेकिन कांग्रेस का उसूल है कि पहले नामदार, फिर परिवार, फिर जातिवाद और उसके बाद में देश याद आता है। कांग्रेस फैमिली फस्र्ट, पीपल लास्ट के सिद्धांत पर काम करती है। गौरतलब है कि इस अंचल में बेणेश्वर राजस्थान, पश्चिमी मध्यप्रदेश और उत्तरी गुजरात के आदिवासियों की आस्था का प्रमुख धाम है और विधानसभा चुनाव की सभा के बहाने उन्होंने 2019 मेें लोकसभा चुनाव पर तीनों राज्यों के मतदाताओं का मानस टटोलने का प्रयास भी किया।