Rajasthan 3rd Grade Teacher bhartiबांसवाड़ा. तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती मुख्य परीक्षा से पहले परीक्षा केंद्र तक पहुंचना अभ्यर्थियों के लिए किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं। एक ओर जहां तैयारियों को लेकर जूझ रहे अभ्यर्थी तनावग्रस्त हैं, वहीं, परीक्षा केंद्र तक पहुंचना बड़ी मुसीबत बन सामने आई। बताते चलें कि बांसवाड़ा के अधिकांश अभ्यर्थियों का परीक्षा केंद्र उदयपुर है। परीक्षा के दिन पहुंचने की मारामारी से बचने के लिए अभ्यर्थी एक दिन पूर्व ही उदयपुर पहुंचने के लिए परेशान दिखे। वहीं, रोडवेज बस स्टैंड पर अभ्यर्थियों की बड़ी संख्या ने डिपो अधिकारियों के माथे पर भी चिंता की लकीरें खींच दीं।इस बार शनिवार और रविवार को शिक्षक भर्ती परीक्षा लेवल फर्स्ट और सेकेंड की एक साथ होने से एक दिन पहले बांसवाड़ा से हजारों युवाओं ने उदयपुर रवानगी की। इसके चलते रोडवेज बस स्टैंड पर सुबह से कतारें लगी रहीं। हालात यह रहे कि गुजरात, मध्यप्रदेश और राजधानी के रूट से गाडिय़ां हटाकर लगाने और उदयपुर से वापसी पर दोबारा भेजने पर भी रात आठ बजे तक यहां भीड़ लगी रही।आगार के मुख्य प्रबंधक मनीष जोशी के अनुसार अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए लोकल रूट के अलावा सुबह के अहमदाबाद, खंडवा, भीलवाड़ा के शिड्यूल निरस्त किए गए। इसके बाद दोपहर में जयपुर के लिए दोनों ही गाडिय़ां रोककर उदयपुर के लिए डायवर्ट की गई। बावजूद इसके अभ्यर्थियों का रेला लगा रहा। ऐसे में सुबह उदयपुर जाने के बाद दोपहर में लौटी बसों के दोहरे फेरे करवाए गए। इससे रात आठ बजे तक रोडवेज की टीम व्यवस्थाओं में जुटी रहीं। दो दिवसीय परीक्षा कार्यक्रम के चलते शनिवार को यहां और भीड़ बढऩे के आसार हैं। प्रबंधक यातायात मनोहरसिंह शेखावत ने बताया कि शुक्रवार को आगार की पचास गाडिय़ों के साथ अतिरिक्त व्यवस्था में दोहरे फेरे करवाकर केवल उदयपुर के लिए 55 बसें लगाई गईं। मौजूदा संसाधनों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करते हुए रविवार को भी अभ्यर्थियों के लिए इंतजाम सुनिश्चित किए गए हैं।
Rajasthan 3rd Grade Teacher bhartiबांसवाड़ा. तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती मुख्य परीक्षा से पहले परीक्षा केंद्र तक पहुंचना अभ्यर्थियों के लिए किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं। एक ओर जहां तैयारियों को लेकर जूझ रहे अभ्यर्थी तनावग्रस्त हैं, वहीं, परीक्षा केंद्र तक पहुंचना बड़ी मुसीबत बन सामने आई। बताते चलें कि बांसवाड़ा के अधिकांश अभ्यर्थियों का परीक्षा केंद्र उदयपुर है। परीक्षा के दिन पहुंचने की मारामारी से बचने के लिए अभ्यर्थी एक दिन पूर्व ही उदयपुर पहुंचने के लिए परेशान दिखे। वहीं, रोडवेज बस स्टैंड पर अभ्यर्थियों की बड़ी संख्या ने डिपो अधिकारियों के माथे पर भी चिंता की लकीरें खींच दीं।इस बार शनिवार और रविवार को शिक्षक भर्ती परीक्षा लेवल फर्स्ट और सेकेंड की एक साथ होने से एक दिन पहले बांसवाड़ा से हजारों युवाओं ने उदयपुर रवानगी की। इसके चलते रोडवेज बस स्टैंड पर सुबह से कतारें लगी रहीं। हालात यह रहे कि गुजरात, मध्यप्रदेश और राजधानी के रूट से गाडिय़ां हटाकर लगाने और उदयपुर से वापसी पर दोबारा भेजने पर भी रात आठ बजे तक यहां भीड़ लगी रही।आगार के मुख्य प्रबंधक मनीष जोशी के अनुसार अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए लोकल रूट के अलावा सुबह के अहमदाबाद, खंडवा, भीलवाड़ा के शिड्यूल निरस्त किए गए। इसके बाद दोपहर में जयपुर के लिए दोनों ही गाडिय़ां रोककर उदयपुर के लिए डायवर्ट की गई। बावजूद इसके अभ्यर्थियों का रेला लगा रहा। ऐसे में सुबह उदयपुर जाने के बाद दोपहर में लौटी बसों के दोहरे फेरे करवाए गए। इससे रात आठ बजे तक रोडवेज की टीम व्यवस्थाओं में जुटी रहीं। दो दिवसीय परीक्षा कार्यक्रम के चलते शनिवार को यहां और भीड़ बढऩे के आसार हैं। प्रबंधक यातायात मनोहरसिंह शेखावत ने बताया कि शुक्रवार को आगार की पचास गाडिय़ों के साथ अतिरिक्त व्यवस्था में दोहरे फेरे करवाकर केवल उदयपुर के लिए 55 बसें लगाई गईं। मौजूदा संसाधनों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करते हुए रविवार को भी अभ्यर्थियों के लिए इंतजाम सुनिश्चित किए गए हैं।