अप्रेल माह के दूसरे सप्ताह में कुशलबाग मैदान के समीप बांसिया भील की प्रतिमा स्थापना को लेकर शिलान्यास व भूमि पूजन किया था। 15 फीट की प्रतिमा कांस्य धातु से जयपुर में निर्मित कराई जा रही है। तीन टन से अधिक वजनी इस प्रतिमा की लागत 39.41 लाख रुपए और पेडस्टल, चारदीवारी वसौन्दर्यीकरण कार्य पर करीब 32 लाख रुपए व्यय प्रस्तावित है। अब तक यहां प्रतिमा स्थापना के लिए आरसीसी से स्ट्रक्चर बना दिया गया है। वहीं दो तरफ ईंटों की दीवार बनाने के बाद गुलाबी पत्थर भी लगा दिए हैं।
न्यायालय की ओर से प्रतिमा स्थापना पर रोक के आदेश को बांसवाड़ा विधायक और पंचायतीराज राज्यमंत्री धनसिंह रावत के लिए एक झटका माना जा रहा है। परिषद के माध्यम से प्रतिमा स्थापना का निर्णय करने के बाद रावत ने दिलचस्पी दिखाई थी। उनकी ही मौजूदगी में शिलान्यास व भूमि पूजन हुआ था। बताया जाता है कि कांसे की निर्माणाधीन प्रतिमा का रावत ने जयपुर में अवलोकन भी किया है।
नगर परिषद कार्यालय के ठीक बाहर भील राजा बांसिया की प्रतिमा स्थापना के मामले में डूंगरपुर मार्ग निवासी नरेश तलदार ने अपने अधिवक्ता पंकज गुप्ता के माध्यम से राजस्थान उच्च न्यायालय में याचिका दायर की । इसमें सर्वोच्च न्यायालय के सार्वजनिक आवागमन के मार्गों, फुटपाथ आदि पर किसी भी प्रकार से किसी प्रतिमा स्थापना का कार्य नहीं कराने के आदेश का हवाला देते हुए बताया कि नगर परिषद बांसवाड़ा की ओर से अवैधानिक तरीके से सार्वजनिक मार्ग पर भील राजा बांसिया चरपोटा की प्रतिमा स्थापित की जा रही है। यह सार्वजनिक स्थान और मार्ग तथा जनता के पैसों का दुरुपयोग और न्यायालय के आदेशों की अवहेलना है।