scriptबांसवाड़ा : राम जानकी विवाह प्रसंग सुन श्रद्धालु हुए भाव विभोर, राष्ट्र चिंतन, गो संरक्षण पर दिया जोर | ram katha in banswara | Patrika News

बांसवाड़ा : राम जानकी विवाह प्रसंग सुन श्रद्धालु हुए भाव विभोर, राष्ट्र चिंतन, गो संरक्षण पर दिया जोर

locationबांसवाड़ाPublished: Sep 10, 2018 02:54:39 pm

Submitted by:

Ashish vajpayee

www.patrika.com/banswara-news

banswara

बांसवाड़ा : राम जानकी विवाह प्रसंग सुन श्रद्धालु हुए भाव विभोर, राष्ट्र चिंतन, गो संरक्षण पर दिया जोर

बांसवाड़ा. सूरजपोल स्थित बड़ा रामद्वारा में चल रहे चातुर्मास सत्संग में रविवार को भगवान राम व माता जानकी का विवाह प्रसंग सुनाया गया एवं राम जानकी विवाह सम्पन्न कराया। इस दौरान भगवान राम की ओर से शिव धनुष को तोडऩे, परशुराम-लक्ष्मण संवाद और राम-जानकी का विवाह प्रसंग को सुन श्रोता भावविभोर हो गए। कथा वाचक रामनिवास शास्त्री ने इस दौरान राष्ट्र चिंतन, गो संरक्षण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि गो की रक्षा नहीं होगी तो गोधूली वेला भी का कोई मतलब नहीं रहेगा। रामस्नेही सम्प्रदाय मेड़ता पीठ के संत रामकिशोर ने प्रवचन में कहा कि भगवान नित्य नूतन है। संत रामप्रकाश ने भी प्रवचन दिए। समाजसेवी लक्ष्मीलाल त्रिवेदी ने सपरिवार आरती उतारी। बड़ा रामद्वारा में श्रावण मास अनुष्ठान के 12 वर्ष पूरे होने पर रूद्राभिषेक भी किया गया। इस अवसर पर जयप्रकाश पंडया, निमेश मेहता, हकरू मईड़ा, राजीव द्विवेदी आदि भी मौजूद थे। रमेश झा, हरगोविंद भावसार, रमेश द्विवेदी, यशवंत भावसार ने भजनों की प्रस्तुति दी। संचालन यशवंत पंड्या ने किया।
वाल्मीकि आश्रम में अखंड ज्योत का उद्यापन
बांसवाड़ा. महर्षि वाल्मीकि आश्रम महंत थावरगिरी महाराज के सान्निध्य में चल रहे अखंड ज्योत कार्यक्रम का रविवार को उद्यापन हुआ। इसमें हिंदू समाज के विभिन्न वर्गों के संत, भक्तों, महंतों, बुद्धिजीवियों व सामाजिक तथा धार्मिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। दोपहर मध्याह्न में आरंभ हुआ कार्यक्रम रात्रि नौ बजे चला। इसमें भजन, सत्संग, प्रवचन, हवन, पूजा-पाठ, आरती महाप्रसाद आदि कार्यक्रम हुए। विजयलाल परमार, भुवन मुकुंद पंड्या, कांतिलाल व्यास के निर्देशन में हुए हवन के मुख्य यजमान भील गुलाबजी भाई राठौड़, अतीत गरासिया रहे। वेस्ताराम, शांतिलाल डिंडोर, कालूराम मईडा, भगवतीलाल डिंडोर, सुखराम निनामा, सुनील कुमार मीणा, नानजी मईड़ा, भरत खराड़ी, धारजी डिंडोर ने सपत्नीक हवन में भाग लिया।इस अवसर पर लालशंकर पारगी, थावर गिरी महाराज, दीपसिंह चौहान, कचरु भाई टेलर आदि उपस्थित रहे। प्रसादी में यजमानों सहित राधाकिशन खन्ना ने सहयोग किया।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो