शिक्षा के लिए उफनती नदी पार कर स्कूल जाने की मजबूरी, 125 बच्चों का जोखिम भरा सफर, 2500 ग्रामीणों पर मौसम का कहर यात्रियों ने बताया कि बस का समय शाम 7.30 बजे का है, लेकिन तीसरे दिन भी संचालन बंद रखा गया। इस बारे में कोई पूर्व जानकारी भी नहीं दी है। घंटों तक इंतजार के बाद यात्री निजी वाहनों से गंतव्य के लिए रवाना हुए। दूसरी ओर, इस संबंध में आगार के मुख्य प्रबंधक रविकुमार मेहरा का कहना है कि निगम के पास गाडिय़ां कम होने से अनुबंधित बसें लगाई गई हैं। उनका भुगतान समय पर किया जा रहा है। बावजूद इसके अनुबंधित बसें तय शिड्यूल से चालक नहीं चला रहे। इससे अरथूना शिड्यूल तीन दिन से अनियमित हो गया है।