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विदेश में एमबीबीएस कराने के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी, एडमिशन नहीं होने पर रुपए वापस मांगे तो कर दिया इनकार और…

locationबांसवाड़ाPublished: Oct 12, 2019 04:42:22 pm

Submitted by:

Varun Bhatt

विदेश में एमबीबीएस कराने के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी

विदेश में एमबीबीएस कराने के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी, एडमिशन नहीं होने पर रुपए वापस मांगे तो कर दिया इनकार और...

विदेश में एमबीबीएस कराने के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी, एडमिशन नहीं होने पर रुपए वापस मांगे तो कर दिया इनकार और…

सागवाड़ा. रूस में एमबीबीएस में दाखिला दिलाने की एवज में राशि लेकर एडिमशन नहीं दिलाने तथा राशि नहीं लौटाने पर सागवाड़ा पुलिस ने एक शिक्षिका के खिलाफ धोखाधड़ी व अमानत में खयानत का प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस निरीक्षक दिलीपदान चारण के अनुसार ओबरी निवासी हंसमुख लाल पुत्र मणिलाल गोदावत ने वखारिया चौक डूंगरपुर निवासी मांडवा खापरड़ा में कार्यरत अध्यापिका लक्ष्मी पत्नी भरत जैन के खिलाफ रिपोर्ट दी। इसमेें बताया कि लक्ष्मी जैन ने मार्च, 2017 में संपर्क किया और प्रार्थी के पुत्र दिव्यांग को रूस में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए दाखिला कराने की बात कहते हुए 25 लाख का खर्च आना बताया। आरोपिता ने बताया कि उसका पुत्र गोरांग भी रूस से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। हंसमुखलाल ने मई, 2017 में अपने पुत्र के आवश्यक दस्तावेज तथा पासपोर्ट लक्ष्मी जैन को दिए तथा पुत्र गौरांग ने वीजा मंगवाई। 2 जून, 2017 को दिव्यांग को रूस भेज दिया। गोरांग ने 2 माह तक दिव्यांग को अपने रूम में रखा तथा 2 माह तक रहने के बाद भी दाखिला नहीं हुआ। दिव्यांग 1 अगस्त, 2017 को वापस भारत लौट आया। हंसमुखलाल ने लक्ष्मी जैन से रूस में एमबीबीएस के लिए एडमिशन नहीं करवाने पर पूछताछ करने पर बताया कि दिसंबर, 2017 में दूसरा बैच रूस जा रहा है उसमें दिव्यांग को भेज देंगे तथा दो लाख रुपए ज्यादा लगेंगे। हंसमुखलाल ने दिसंबर, 2017 में लक्ष्मी जैन को दो लाख रुपए नगद दिए। इस तरह से कुल सात लाख 90 हजार रुपए दिए। दिव्यांग को 19 दिसंबर, 2017 को दोबारा रुस भेजा। लक्ष्मी जैन का पुत्र एमबीबीएस में दाखिले के नाम पर 6 माह तक रुस में चक्कर कटवाता रहा लेकिन दाखिला नहीं करवाया। इस पर दिव्यांग 22 जून, 2018 को भारत वापस आ गया। दिव्यांग का रूस में दाखिला नहीं होने पर लक्ष्मी जैन को दिए 7 लाख 90 हजार रुपए वापस मांगने पर देने से इंकार कर दिया। बार-बार तकादा करने पर 6 माह में पैसे लौटाने का भरोसा दिया लेकिन 6 माह व्यतीत होने के उपरांत भी रुपए नहीं लौटाए तथा बाद में रुपए देने से इंकार कर दिया। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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