Russia Ukraine War : देश की शान तिरंगे ने बचाई कई युवाओं की जान
Russia Ukraine War : बांसवाड़ा के कई युवा यूक्रेन (Ukraine) से लौटे पर असर, 21 युवा यूक्रेन से लौटे, छह बांसवाड़ा के
बांसवाड़ा
Published: March 04, 2022 10:20:55 pm
बांसवाड़ा. जिले से मेडिकल की पढ़ाई के लिए यूक्रेन (Ukraine) गए युवाओं की घर वापसी का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा। इस बीच, जो युवा युद्धग्रस्त इलाकों से बाहर ही नहीं निकल पाए हैं, उनके परिजनों की टेंशन बनी हुई है। हालांकि बांसवाड़ा के छह छात्रों के घर लौटने पर यहां परिजनों को सुकून मिला। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार गुरुवार को उदयपुर के एयरपोर्ट पर संभाग के 21 युवा यूक्रेन से लौटे।
इनमें बांसवाड़ा शहर के आकाश उन्नीकृष्णनन और सिविल लाइंस निवासी हर्ष पुत्र दिनेश गौतम के अलावा तलवाड़ा के सम्यक पुत्र मनोज दोसी, सज्जनगढ़ के नमन पुत्र सुभाष कलाल, प्रिंसराजसिंह पुत्र रमेश राणावत और हेमंत पुत्र सूर्यसिंह पड़वाल की सकुशल वापसी से परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
दूसरी ओर, बागीदौरा विधानसभा क्षेत्र और उधर कुशलगढ़ के कुछ युवाओं को यूक्रेन से निकलने का अवसर ही नहीं मिलने की जानकारी से परिजन बेहाल रहे। इसे लेकर परिजनों ने स्थानीय नेताओं से भी मदद कराने का आग्रह किया।
तिरंगे से घर की राह हो रही आसान
सज्जनगढ़. दो साल से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे सज्जनगढ़ के नमन कलाल पुत्र सुभाष कलाल, रोहनिया के प्रिंस राणावत व टाण्डा मगला के हेमन्त लबाना सहित बागीदौरा-कुशलगढ़ के करीब दस छात्र 5 दिन तक बंकर में रहने के बाद आखिरकार स्लोवाकिया पहुंचे। यहां केंद्र मंत्री से मुलाकात की। विद्यार्थियों में नमन ने बताया भारतीय तिरंगे से राह आसान हुई। मंत्री ने ऑपरेशन गंगा के तहत इन 10 छात्रों को सरकारी वाहन से स्कोवाकिया एयरपोर्ट पहुंचाया। जहां से सुबह नई दिल्ली पहुंचे।
इधर, तनिश से मिलकर छलकी परिजनों की आंखें
तलवाड़ा. कस्बे से करीब 6 किलोमीटर दूरी पर गांव कोहाला में यूक्रेन से लौटे एमबीबीएस के छात्र तनिश मेहता को देखकर परिजनों की आंखें छलक उठी। बाद बाद में तनिश ने बताया कि बॉर्डर क्रॉस में हालांकि दिक्कतें रहीं लेकिन तिरंगा देखकर उन्हें बगैर कुछ कहे, निकलने दिया गया। फिर भारतीय दूतावास से भी काफी मदद मिली। सकुशल वतन पहुंचने पर तनिश ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार का आभार जताया। यहां तनिश का ग्रामीणों के स्वागत किया। इस दौरान तनिश के दादा कांतिलाल मेहता, राजेश, विनोद, अलका, निर्देश, रोचक, ईश्वर पंचाल, नम्रता, आयुषि , सिद्धि, प्राक्षी भी उपस्थित थे।
रूस से बिना वीजा निकलने की छूट पर, नहीं छोड़ रहे यूक्रेनी
कुशलगढ़. क्षेत्र के टिमेड़ा गांव के मोहित सोलंकी पुत्र राजेश सोलंकी को लेकर परिजन काफी परेशान हैं। इकलौते बेटे से दिन में दो-तीन बार माता-पिता की बात हो रही है, जिसमें अपनी कुशलता के साथ विवशता भी बता रहा है। किराणा कारोबार करने वाले उसके पिता ने बताया कि मोहित अभी रुस के करीबी यूक्रेन के सूमी शहर में है। रूस ने बिना वीजा जाने की परमिशन दे दी है, लेकिन यूक्रेन से उसे निकलने नहीं दिया जा रहा। आसानी से राशन का सामान भी नहीं मिल रहा है। जेब भी खाली हो गई है। एटीम से कैश नहीं मिल पा रही। हालांकि गुरुवार को यूक्रेनी लोगों ने उसके खाने-पीने की व्यवस्था भी की, लेकिन इसमें भी सिर्फ ब्रेड और अंडे नसीब हो रहे हैं।
मेवाड़ा कलाल समाज ने सौंपा ज्ञापन
कुशलगढ़. यूक्रेन में फंसे मेवाड़ा कलाल समाज के युवा क्षेत्र के टीमेडा निवासी मोहित पुत्र राजेश कलाल को सकुशल वापस भारत लाने की मांग को लेकर मेवाड़ा कलाल समाज के समाजजनों एवं हेल्पिंग हैंड गु्रप के सदस्यों ने तहसीलदार नितिन मेरावत को ज्ञापन सौपा। ज्ञापन में बताया कि मोहित यूक्रेन के सिमी शहर में फंसा हुआ है। सिमी से पोलैंड कीव ओर खारकीव होकर ही जा सकते है। कीव ओर खारकीव की हालत बेहद खराब है तथा दूरी भी अधिक है। सिमी के समीप रूस की ही बोर्डर है। मोहित के वहा फंसे होने से परिजन ओर रिश्तेदार बेहद चिंतित है। समाजजनों ने विधायक रमिला खडिय़ा ओर सांसद कनकमल कटारा को भी ज्ञापन भेजकर मोहित को सकुशल शीघ्र भारत लाने में मदद करने की गुहार लगाई है। इस अवसर पर सुरेश पडियार, आनंदीलाल बसेर, कन्हैयालाल बसेर, राजेश सोलंकी, आशीष बसेर, रितेश पडिय़ार, लाला बसेर, कुलदीप लोदावरा, नितिन सोलंकी, राहुल भटेवरा, कीर्तिश पडियार, कौतुल पडियार आदि मौजूद रहे।
फंसे युवाओं ने जिला प्रमुख से मांगी मदद
आनन्दपुरी. यूके्रन में फंसे बागीदौरा क्षेत्र के कुछ युवाओं ने गुरुवार को जिला प्रमुख रेशम मालवीया से फोन पर हालात बताए और घर वापसी के लिए मंत्री महेंद्रजीतसिंह मालवीया से बात कर मुख्यमंत्री से मदद दिलाने का आग्रह किया। जिला प्रमुख ने बताया कि कीर्तिश कलाल दौलत सिंह का गढ़ा, डूंगरपुर के दर्शित जैन, अक्षय जैन, ऋतिक जैन, वैभव जैन, बांसवाड़ा हुसैनी चौक के गुलाम मोईनुद्दीन, परतापुर के जिज्ञेश भावसार, वाडिया कॉलोनी के दीेपेश गौड़,घाटोल के रविश कलाल आदि युवाओं को जल्द मदद का आश्वासन देकर हिम्मत रखने को कहा है। इस बारे में चर्चा कर मंत्री मालवीया से बात की, तो उन्होंने भी सरकार से इंतजाम कराने का भरोसा दिलाया है।

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