जीवन में श्रेष्ठ कर्म करें
शोभायात्रा के रामद्वारा पहुंचने के बाद संतों का प्रवचन हुआ। उत्तम स्वामी ने कहा कि संतों का सान्निध्य परमात्मा की कृपा से मिलता है। जीवन में श्रेष्ठ कर्म करते हुए परमात्मा का स्मरण करते हुए मानव जीवन को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि जीवन में एक आयु के बाद घर-परिवार की जिम्मेदार बच्चों को छोडकऱ प्रभु स्मरण में मन लगाना चाहिए। रामकिशोर महाराज ने कहा कि ज्ञान और भक्ति मार्ग पर चलकर बड़े से बड़ा काम सरल हो जाता है। रामनिवास शास्त्री महाराज न ेसत्संग के बारे में बताया। इस अवसर संत रामप्रकाश महाराज, उदयराम महाराज, अनंतराम महाराज, दयाराम महाराज, रमणराम महाराज मंच पर उपस्थित थे।
शोभायात्रा के रामद्वारा पहुंचने के बाद संतों का प्रवचन हुआ। उत्तम स्वामी ने कहा कि संतों का सान्निध्य परमात्मा की कृपा से मिलता है। जीवन में श्रेष्ठ कर्म करते हुए परमात्मा का स्मरण करते हुए मानव जीवन को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि जीवन में एक आयु के बाद घर-परिवार की जिम्मेदार बच्चों को छोडकऱ प्रभु स्मरण में मन लगाना चाहिए। रामकिशोर महाराज ने कहा कि ज्ञान और भक्ति मार्ग पर चलकर बड़े से बड़ा काम सरल हो जाता है। रामनिवास शास्त्री महाराज न ेसत्संग के बारे में बताया। इस अवसर संत रामप्रकाश महाराज, उदयराम महाराज, अनंतराम महाराज, दयाराम महाराज, रमणराम महाराज मंच पर उपस्थित थे।
चातुर्मास समिति अध्यक्ष जयप्रकाश पंड्या ने संतों का स्वागत परिचय कराया। इस अवसर पर लक्ष्मीकांत त्रिवेदी, ललित कंसारा, हकरू मईड़ा, गुलाब राठौड़, सिद्देश शर्मा, उमाकांत पुरोहित, निखिलेश त्रिवेदी, दिव्यभारत पंडया, महेश उपाध्याय, पुष्पेंद्र पंड्या, मोहित पंड्या, विशाल भट्ट आदि मौजूद थे। प्रचार प्रभारी यशवन्त भावसार ने बताया सोमवार से प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से 5 बजे तक दिव्य सत्संग होगा।
कंसारा समाज ने बरसाए पुष्प
पंच कंसारा समाजजनों की ओर से संतों का स्वागत पुष्पवर्षा से किया गया। इस दौरान समाज के नरेश, धर्मेंद्र, दीपक, बालमुकंद, राजेंद्र, रेखा कंसारा, प्रेरणा, प्रेमलता, किरण, रमाकांत उपस्थित रहीं। यह जानकारी रवि कंसारा ने दी।
पंच कंसारा समाजजनों की ओर से संतों का स्वागत पुष्पवर्षा से किया गया। इस दौरान समाज के नरेश, धर्मेंद्र, दीपक, बालमुकंद, राजेंद्र, रेखा कंसारा, प्रेरणा, प्रेमलता, किरण, रमाकांत उपस्थित रहीं। यह जानकारी रवि कंसारा ने दी।