बांसवाड़ा : व्याख्याताओं का दूसरे कॉलेजों में तबादला, लेकिन पुराने कॉलेज से उठ गया चार लाख का वेतन, अब वापस लेंगे राशि
बांसवाड़ाPublished: Dec 12, 2019 03:30:34 pm
Govind Guru College Banswara : दो एसोसिएट और एक सहायक प्रोफेसर के वेतन भुगतान का मामला, अब होगी राशि वापस लेने की कवायद
बांसवाड़ा : व्याख्याताओं का दूसरे कॉलेजों में तबादला, लेकिन पुराने कॉलेज से उठ गया चार लाख का वेतन, अब वापस लेंगे राशि
बांसवाड़ा. शहर के राजकीय गोविंद गुरु कॉलेज से अन्यत्र स्थानान्तरण के बाद भी दो एसोसिएट और एक सहायक प्रोफेसर का करीब चार लाख रुपए का वेतन उठ गया। इस गफलत को लेकर आहरण-वितरण अधिकारी से कुछ कहते नहीं बन रहा। दूसरी ओर, तीनों प्रोफेसर इससे बेवजह परेशानी में फंस गए हैं और उन्हें अब पदस्थापन वाले कॉलेज से वेतन भुगतान की प्रक्रिया तक इंतजार करना पड़ेगा। दरअसल, गोविंद गुरु कॉलेज से सहायक प्रोफेसर संजय परिहार का तबादला सितंबर के दूसरे पखवाड़े में सिरोही के बॉयज कॉलेज में हो गया। इसके बाद अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सीमा भूपेंद्र और डॉ. किरण पूनिया को सज्जनगढ़ के कॉलेज में स्थानान्तरित कर दिया गया। इनके वेतन को लेकर प्रक्रिया नव पदस्थापन स्थल पर लंबित रही। इस बीच नवंबर निकल गया और बांसवाड़ा में इनके आईडी मौजूद होने पर गोविंद गुरु कॉलेज से नवंबर का वेतन जारी हो गया। कायदे से जिस कॉलेज में पदस्थापन हुआ, वेतन वहीं से जारी होना था लेकिन ऐसा नहीं होने की गफलत से गोविंद गुरु कॉलेज के बजट से तीनों के वेतन पेटे करीब चार लाख से ज्यादा रुपए की राशि निकल गई है। जीपीएफ सहित अन्य मदों को जोड़ें, तो इससे करीब 5 लाख होता है।नए बिल को लेकर संकट के आसार लेखा विशेषज्ञों के अनुसार बगैर विचारे गोविंद गुरु कॉलेज से वेतन जारी होने पर अब तीनों प्रोफेसर से रिकवरी होना तय है, लेकिन पे मैनेजर में संबंधित माह के वेतन को लेकर एक व्यक्ति का नाम एक बार ही चढ़ता है। ऐसे में नवंबर का नया वेतन बिल कैसे बनेगा, यह बड़ा संकट पैदा हो गया है। इस बीच, वेतन के गड़बड़झाले पर कॉलेज की आहरण-वितरण अधिकारी एवं प्राचार्य डॉ. सरला पंड्या का कहना है कि इतनी बड़ी संस्था में कई चीजें चलती रहती हंैं। आयुक्त पूछेंगे तो जवाब देंगी। इसके लिए वे अकेली उत्तरदायी नहीं हैं। दूसरी ओर, लेखा प्रभारी शंकरलाल निनामा का कहना है कि एरियर एवं अन्य मदों की राशि को लेकर स्थानांतरित प्रोफेसरों के आईडी गोविंद गुरु कॉलेज में ही रह गई। इससे उनके पदस्थापन कॉलेज से वेतन बिल जारी नहीं हुए और चूक से यहां से वेतन जमा हो गया। अब रिकवरी करवाएंगे।