बांसवाड़ा

राजस्थान में अगले सत्र से स्कूलों को रखना होगा नि:शुल्क पुस्तकों का रिकॉर्ड, गलत जानकारी देने पर होगी कार्रवाई

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बांसवाड़ाNov 08, 2018 / 12:45 pm

Yogesh Kumar Sharma

राजस्थान में अगले सत्र से स्कूलों को रखना होगा नि:शुल्क पुस्तकों का रिकॉर्ड, गलत जानकारी देने पर होगी कार्रवाई

राजस्थान में अगले सत्र से स्कूलों को रखना होगा नि:शुल्क पुस्तकों का रिकॉर्ड, गलत जानकारी देने पर होगी कार्रवाई
बांसवाड़ा. प्रदेश में आगामी शैक्षिक सत्र में हर स्कूल को यह रिकॉर्ड रखना होगा कि किस-किस विद्यार्थी को नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक दी गई है। किसी भी विद्यार्थी से पुस्तकें मिलने या नहीं मिलने के बारे में पूछा भी जाएगा। शिक्षा सत्र 19-20 के लिए पहली से आठवीं और नवीं से बारहवीं तक की नि:शुल्क पुस्तकों की जानकारी पाठ्यपुस्तक मंडल जयपुर को भेजनी है। एक मई 19 से शुरू होने वाले शिक्षा सत्र की सरकार ने तैयारी कर ली है। इसमें सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को माध्यमिक शिक्षा निदेशक नथमल डिंडेल ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी जिले से मांग किसी भी हाल में गलत नहीं आनी चाहिए। उन्हें समय रहते मांग भेजने को भी कहा है, ताकि सत्र में कोई बच्चा इन पुस्तकों से वंचित नहीं रहे और समय पर अध्ययन के लिए पुस्तकें उपलब्ध हो जाए।
ये रहेगा गणित
पहली से आठवीं के बच्चों को और नवीं से बारहवीं की छात्राओं को ये पुस्तकें नि:शुल्क दी जाएंगी। अजा-जजा वर्ग के विद्यार्थियों सहित ऐसे विद्यार्थी जिनके माता-पिता आयकर नहीं दे रहे, उन्हें ये पुस्तकें नि:शुल्क दी जाएंगी। सभी राउमावि, रामावि विद्यालय स्तर पर शाला दर्पण पर शिक्षा सत्र 18-19 का दर्ज नामांकन व शेष नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकों की उपलब्धता को देखते हुए शिक्षा सत्र 19-20 के लिए मांग तैयार कर ब्लॉक नोडल विद्यालय को 17 नवम्बर तक देनी होगी। डीइओ को जिले भर की सूचना समेकित कर वाहक को जयपुर भेजनी होगी। शिक्षा सत्र 19-20 के लिए नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक की मांग के आकलन के आधार पर दस प्रतिशत संख्या बढ़ाकर भेजनी होगी। कक्षा नौ की मांग कक्षा आठ में पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या के आधार पर की जाएगी। कक्षा 11,12 में अनिवार्य विषय व ऐच्छिक विषयों की पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या का आकलन कर पुस्तकों की मांग प्रेषित करेंगे।
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