ऐसे ही कई महत्वपूर्ण निर्णय गुरुवार को विश्वविद्यालय की एकेडमिक काउसिंल की बैठक में किए गए। बैठक की अध्यक्षता कुलपति कैलाश सोडानी ने की। शोध निदेशक डॉ महीपाल सिंह राव ने पीएच.डी. सुपरवाईजर्स व शोध अध्यादेष से अवगत कराया, जिस पर चर्चा के बाद पारित किया गया। कुल सचिव सचिव रजिस्ट्रार सोहनलाल कठात ने गत बैठक का प्रतिवेदन अनुमोदनार्थ वाचन किया।
यह भी किए निर्णय नेट/स्लेट/ जे.आर.एफ./ एम.फिल. की प्रवेश परीक्षा रिसर्च एलिजिबिलिटी टेस्ट नहीं देना होगा। सेवानिवृत्त व्याख्याता को कुलपति के अनुमोदन उपरान्त पीएचडी गाइड के लिए पंजीकृत करने का निर्णय लिया गया। शोध निर्देशक के रूप में विवि से पंजीकृत होने के बाद वे निजी विवि में पंजीयन नहीं करा सकेंगें।
स्नातक स्तर पर यह बदलाव एकेडमिक काउंसिल की बैठक में वर्ष 2018-19 से स्नातक कक्षाओं में सामान्य हिन्दी एवं सामान्य अंग्रेजी के अंक भी परिणाम में जोडऩे का निर्णय किया। स्नातक प्रथम वर्ष में हिन्दी, द्वितीय वर्ष में अंग्रेजी विषय पढ़ाया जाएगा और कुल प्रतिशत में इसके प्राप्तांक का भी योग होगा। पर्यावरण अध्ययन व कम्प्यूटर शिक्षा पूर्ववत् रहेगा। वहीं बी.एड. एवं इन्टीग्रेटेड पाठ्यक्रम में सामान्य अध्ययन दो प्रश्न पत्र के रूप में पढ़ाया जाएगा। इसमें प्रथम राजस्थान सामान्य ज्ञान एवं द्वितीय राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय विषय होगा।
यह होंगे डीन डॉ. नरेन्द्र पानेरी ने बताया कि वाणिज्य संकाय के अधिष्ठाता (डीन )डॉ. डी.के.जैन एवं चार विषयों में अध्ययन बोर्ड, मानविकी संकाय के अधिष्ठाता डॉ. सीमा भूपेन्द्र एवं छ: विषयों में अध्ययन बोर्ड, सामाजिक विज्ञान के अधिष्ठाता डॉ. अलका रस्तोगी एवं सात विषयों में अध्ययन बोर्ड, विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता डॉ. आर.के. मेनारिया एवं छ: विषयों में अध्ययन बोर्ड, विधि संकाय के अधिष्ठाता डॉ. राकेश डामोर एवं विधि विषय में अध्ययन बोर्ड, शिक्षा संकाय के अधिष्ठाता डॉ. मधु उपाध्याय एवं शिक्षा विषय में अध्ययन बोर्ड को भी अनुमोदित किया गया। बैठक में मोहनलाल सुखाडिया विवि से प्रो.सी.आर.सुथार, प्रो.जी.एस.राठौड एवं विभिन्न अध्ययन बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में डॉ. राजेश जोशी, डॉ.मनोज पण्ड्या, डॉ.किरण पूनिया, डॉ.सीमा भारद्वाज, डॉ. शफक्त राना, डॉ. अन्जना रानी, डॉ. पुनिता चौरडिया, डॉ.विवेक मण्डोत, डॉ. पन्नालाल कटारा एवं विवि के अकादमिक शाखा प्रभारी डॉ. सर्वजीत दूबे ने भी विचार व्यक्त किए।