बांसवाड़ा. श्रावण माह के तीसरे सोमवार को हिन्द रक्षक गु्रप की ओर से भगवान भोलेनाथ के जयकारों के बीच महाकाल की शाही सवारी निकाली गई। शहर के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरी सवारी में युवाओं की ओर से प्रस्तुत करतबों ने लोगों को रोमांचित कर दिया।
नई आबादी स्थित महाकाल मंदिर से दोपहर बाद ढोल-नगाड़ों की अनुगूंज और जय महादेव के जयघोष के बीच महाकाल की सवारी शुरू हुई। आगे भगवा ध्वज लहराते हुए नाचते-गाते युवा चल रहे थे तो पीछे सुसज्जित पालकी में महाकाल विराजित थे। युवा पालकी को कांधे पर लिए चल रहे थे।
लालीवाव मठ के पीठाधीश्वर महंत हरिओमदास महाराज, बड़ा रामद्वारा के संत रामप्रकाश महाराज, गोसंत रघुवीरदास महाराज, प्रकाशपुरी महाराज और भारत माता मंदिर के रामस्वरूप महाराज के सान्निध्य में डीजे पर मेरा भोला है भंडारी, करे नंदी की सवारी... सहित भक्ति गीतों की स्वर लहरियों के बीच निकली शोभायात्रा
महाकाल मंदिर से नई आबादी गोल चौराहा, कलक्ट्री मार्ग, कलक्ट्री चौराहा, जवाहर पुल, गांधीमूर्ति, चंद्रपोल, पीपली चौक, आजाद चौक, पाला रोड होते हुए पुन: महाकाल मंदिर पहुंचकर समाप्त हुई। इससे पहले जगह-जगह पर विभिन्न समाजों और संगठनों की ओर से सवारी का स्वागत किया गया।
शोभायात्रा में हिंद रक्षक व्यायामशाला के पहलवानों ने हैरतअंगेज करतब दिखलाए। जगह-जगह मलखंब पर युवाओं ने दल ने करतब दिखलाते हुए लोगों को रोमांचित कर दिया। शोभायात्रा में नन्हें बच्चे भगवान शिव का वेश धरे हुए भी चल रहे थे जो आकर्षण का केंद्र रहे। गु्रप के युगल उपाध्याय, हरेश लखानी, रितेश सोमानी, राजेश मुंदरा, कमलेश गेहलोत, शंकर रलोटिया, जसवंत राठौड़, मोनू दोशी आदि कार्यकर्ताओं ने सहयोग किया।