शहर में रेडीमेड वस्त्र विक्रेताओं ने भी अपने प्रतिष्ठान खोले। ग्राहक भी कमजोर रही, लेकिन उन्होंने अपनी अन्य पीड़ा भी बताई। विक्रेताओं ने कहा कि होली सीजन को लेकर माल मंगवाया था, जो सीजन में निकल गया। इसके बाद आगामी आखातीज को लेकर नई वैरायटियों को लेकर पहले ही ऑर्डर दे दिए तो अधिकांश माल गया। इसी बीच लॉकडाउन के कारण दुकानें बंद हो गई। अब आने वाले दिनों में कोई बड़ा सीजन नहीं हैं। ऐसे में मंगवाया गया माल कब और कितना निकलेगा, यह कह नहीं सकते। जहां से माल की आपूर्ति होती है, वहां अब केश जरूरी होगा और स्थानीय स्तर पर उधार दे पाना संभव नहीं होगा। ऐसी स्थिति के चलते वे भी पसोपेश में हैं। लॉकडाउन में निजी और सरकारी बसों का मंगलवार को संचालन आरंभ नहीं हुआ। इससे शहर के पुराना और नया बस स्टैंड पर वीरानी सी छाई गई।