बांसवाड़ा : दिनदहाड़े कपड़े की दुकान में घुसे 15-20 नकाबपोशों ने व्यापारी पर किया हमला, मारपीट कर हो गए फरार, मचा बवाल इसके बाद परिजनों ने बच्चे को राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय नागजी का पाड़ा पढऩे के लिए भेज दिया, लेकिन रास्ते में ही यश की तबीयत बिगडऩे लगी तो उसे घर लाया गया। परिजनों ने पैर को दोबारा देखा तो सर्पदंश लगा। इसके करीब आधे घंटे बाद परिजन झाड-फूंक में लग गए, लेकिन बच्चे की तबीयत निरंतर बिगड़ती चली गई। इसके बाद परिजन उसे नौगामा के एक निजी चिकित्सालय में लेकर आए, जहां चिकित्सक ने बच्चे की गंभीर देखकर उसे बांसवाड़ा ले जाने की कहा, लेकिन बच्चे ने चिकित्सालय पहुंचने से पहले ही रास्ते में दम तोड़ दिया। परिजन बगैर पीएम के ही शव को ले गए और अंतिम संस्कार कर दिया। इधर, बच्चे की मौत के बाद घर के भीतर कमरे के अधूरे प्लास्टर वाली दीवार में पत्थरों के बीच दो सांप दिखाई पड़े, जिनको बाद में पकड़वाया गया।