यह था मामला
गौरतलब है कि गत एक जून को उदयपुर मार्ग स्थित विद्युत नगर के सामने मुख्य मार्ग पर पंचायतीराज राज्यमंत्री धनसिंह रावत के पुत्र ने शारदा कॉलोनी निवासी कृषि पर्यवेक्षक जलज उपाध्याय के पुत्र प्रेरक को साइड नहीं देने पर अपना वाहन आगे ले जाकर कार रोककर चालक पे्ररक को बाहर निकालकर मारपीट की थी। मंत्रीपुत्र के साथियों ने कार के शीशे फोड़ दिए थे। पुलिस तक नहीं पहुंचने से मामला दबकर रह गया था। इसके वीडियो वायरल होने के साथ मामला चर्चा का विषय बन गया है।
गौरतलब है कि गत एक जून को उदयपुर मार्ग स्थित विद्युत नगर के सामने मुख्य मार्ग पर पंचायतीराज राज्यमंत्री धनसिंह रावत के पुत्र ने शारदा कॉलोनी निवासी कृषि पर्यवेक्षक जलज उपाध्याय के पुत्र प्रेरक को साइड नहीं देने पर अपना वाहन आगे ले जाकर कार रोककर चालक पे्ररक को बाहर निकालकर मारपीट की थी। मंत्रीपुत्र के साथियों ने कार के शीशे फोड़ दिए थे। पुलिस तक नहीं पहुंचने से मामला दबकर रह गया था। इसके वीडियो वायरल होने के साथ मामला चर्चा का विषय बन गया है।
राजस्थान में राज्यमंत्री के बेटे की गुंडागर्दी, पांच दोस्तों के साथ मिलकर युवक को जमकर पीटा, एक महीने बाद सामने आया वीडियो ‘अपने गिरेबां में झांके कांगे्रस’
इस घटना के एक माह बाद कांगे्रस की ओर से राजनीतिक टिप्पणी के जवाब में राज्यमंत्री रावत ने कहा कि कांगे्रस और उनके प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट पहले अपने गिरेबां में झांके, फिर नैतिकता का पाठ पढ़ाए। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक और प्रदेश सचिव अर्जुनसिंह बामनिया पर महिला की हत्या का मामला दर्ज हो चुका है। इसके बावजूद कांगे्रस ने उनसे इस्तीफा नहीं मांगा। कांगे्रस अपने पदाधिकारियों पर लगे आरोपों के मामले में निष्पक्ष जांच की मांग करें, लेकिन कांगे्रस प्रदेशाध्यक्ष चुप्पी साध लेते हैं। उन्होंने कहा कि दरअसल कांगे्रस के पास कोई मुद्दा नहीं है। वह व्यक्तिगत आरोपों की गंदी राजनीति कर रही है। कांगे्रस अध्यक्ष को पहले अपना घर देखना चाहिए।
इस घटना के एक माह बाद कांगे्रस की ओर से राजनीतिक टिप्पणी के जवाब में राज्यमंत्री रावत ने कहा कि कांगे्रस और उनके प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट पहले अपने गिरेबां में झांके, फिर नैतिकता का पाठ पढ़ाए। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक और प्रदेश सचिव अर्जुनसिंह बामनिया पर महिला की हत्या का मामला दर्ज हो चुका है। इसके बावजूद कांगे्रस ने उनसे इस्तीफा नहीं मांगा। कांगे्रस अपने पदाधिकारियों पर लगे आरोपों के मामले में निष्पक्ष जांच की मांग करें, लेकिन कांगे्रस प्रदेशाध्यक्ष चुप्पी साध लेते हैं। उन्होंने कहा कि दरअसल कांगे्रस के पास कोई मुद्दा नहीं है। वह व्यक्तिगत आरोपों की गंदी राजनीति कर रही है। कांगे्रस अध्यक्ष को पहले अपना घर देखना चाहिए।
‘किसी के इशारे पर न बोलें मंत्री’
मामले में कांगे्रस प्रदेश सचिव अर्जुनसिंह बामनिया ने कहा कि पहले ही दिन कह दिया था कि मेरे खिलाफ मामला राजनीतिक षड्यंत्र है। आज राज्यमंत्री के बयान से यह साबित भी हो गया है। उन्होंने कहा कि महिला की मौत हार्ट अटैक से हुई थी। वह सिद्ध हो गया है। मंत्री अपने स्वविवेक से बयान दें। किसी के इशारे पर बयानबाजी नहीं करे। उन्होंने कह कि मंत्री पुत्र ने जो गलती की है, इसकी जानकारी राज्यमंत्री को तभी दे देनी चाहिए थी। इससे यह बात यहां तक नहीं पहुंचती कि उन्हें कोई बयान जारी करना पड़े।
मामले में कांगे्रस प्रदेश सचिव अर्जुनसिंह बामनिया ने कहा कि पहले ही दिन कह दिया था कि मेरे खिलाफ मामला राजनीतिक षड्यंत्र है। आज राज्यमंत्री के बयान से यह साबित भी हो गया है। उन्होंने कहा कि महिला की मौत हार्ट अटैक से हुई थी। वह सिद्ध हो गया है। मंत्री अपने स्वविवेक से बयान दें। किसी के इशारे पर बयानबाजी नहीं करे। उन्होंने कह कि मंत्री पुत्र ने जो गलती की है, इसकी जानकारी राज्यमंत्री को तभी दे देनी चाहिए थी। इससे यह बात यहां तक नहीं पहुंचती कि उन्हें कोई बयान जारी करना पड़े।